वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में दिन-प्रतिदिन जाम बड़ी समस्या बनती जा रही है। वीआईपी मूवमेंट और बाहरियों की बढ़ती भीड़ की वजह से शहर के हर हिस्से में अक्सर जाम लगता है। हालांकि इसे खत्म करने के लिए कमिश्नरेट पुलिस व प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। जाम को लेकर पीएमओ भी गंभीर है। बावजूद अभी तक इससे निजात नहीं मिल पाया है। जाम को कंट्रोल करने में अब रेलवे भी जुट गया है। यात्रियों को जाम से बचाने के लिए चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर से कैंट रेलवे स्टेशन जाने के लिए रास्ता बनाया जाएगा। इसके लिए निर्माणाधीन तीसरे प्रवेश द्वार को फ्लाईओवर से जोड़ा जाएगा। इससे कैंट स्टेशन जाने वाले यात्रियों को फ्लाईओवर के नीचे से नहीं जाना होगा और 20 से 25 मिनट बचेगा.
मार्च तक होगा पूरा
कैंट रेलवे स्टेशन पर अभी दो प्रवेश द्वार है। यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी करते हुए 500 करोड़ से अधिक लागत से कैंट स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग कार्य के तहत तीसरे प्रवेश द्वार का काम चल रहा है, जो मार्च तक पूरा हो जाएगा। माल गोदाम के पास स्टेशन का तीसरा प्रवेश द्वार बनाया जा रहा है। इस प्रवेश द्वार से भदोही से लेकर राजातालाब, मोहनसराय व रोहनियां, लोहता, चित्तईपुर, बरेका, सुंदरपुर समेत अन्य जगहों से निजी वाहनों से फ्लाईओवर से होकर सीधे कैंट रेलवे स्टेशन आने वालों को काफी सहूलियतें होंगी। इससे यात्रियों को 20 से 25 मिनट बचेगा। उधर, चंदौली से साथ पड़ाव, रामनगर व राजघाट से आने यात्री सीधे फ्लाईओवर से होते हुए लहरतारा द्वार से कैंट स्टेशन पहुंच सकेंगे। इसी मार्ग से यात्री कैंट स्टेशन मुख्य द्वार पर भी जा सकेंगे।
नए स्टेशन जैसा होगा तीसरा प्रवेश द्वार
तीसरे प्रवेश द्वार की सुविधाएं पहले और दूसरे प्रवेश द्वार जैसी ही होगी। रेल अधिकारियों के अनुसार तीसरे प्रवेश द्वार पर आरक्षण काउंटर, टिकट काउंटर, पूछताछ काउंटर, एस्केलेटर, लिफ्ट, यात्री हॉल, आरपीएफ-जीआरपी का अलग-अलग बूथ, महिला और पुरुष शौचालय, खानपान के स्टॉल समेत अन्य सभी सुविधाएं यात्रियों को मुहैया कराई जाएगी। तीसरे प्रवेश द्वार पर ही फ्लेटफार्म संख्या एक से 10 और 11 को जोडऩे के लिए फुटओवर ब्रिज एफओबी का भी निर्माण चल रहा है। इसका निर्माण भी अंतिम चरण में है.
मुख्य द्वार का बदलेगा स्वरूप
कैंट रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार के स्वरूप को भी बदलने पर मंथन चल रहा है। सर्कुलेटिंग एरिया में प्रस्तावित रोपवे स्टेशन बनने से पहले कैंट स्टेशन के बाहरी स्वरूप को बदला जाएगा। तीसरे प्रवेश द्वार बनने से मुख्य द्वार पर यात्रियों का दबाव कम होगा। सर्कुलेटिंग एरिया और पिंक एंड ड्राप एरिया में वाहन चालकों की अराजकता भी खत्म होगी.
कैंट स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग के तहत बन रहे तीसरे प्रवेश द्वार का काम मार्च तक पूरा होना है। इसके बनने से लहरतारा फ्लाईओवर से सीधा जुड़ाव हो जाएगा। फ्लाईओवर के जरिए कम समय में यात्री कैंट स्टेशन पहुंच सकेंगे.
गौरव दीक्षित, डायरेक्टर, कैंट रेलवे स्टेशन