वाराणसी (ब्यूरो)। अगर आप घर में नए बिजली का कनेक्शन लेने जा रहे हैं और ये सोच रहे कि कही स्मार्ट मीटर लगने के बाद आपकी टेंशन न बढ़ा दे तो इसके लिए आप परेशान न हों। क्योंकि कुछ साल पहले तक पावर कंज्यूमर को लूटने वाला स्मार्ट मीटर अब आपके घर में नहीं लगने वाला है। इस मीटर से रीडिंग भागने और अनाप-सनाप बिल आने की लगातार आ रही शिकायतों के बाद उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन इस परा रोक लगा चुकी है। अब किसी भी घर में इस मीटर का नहीं लगाया जा रहा है। विभागीय अफसरों की माने तो पिछले साल से ही इस मीटर पर रोक लगा दी गई है। अब जहां कही से भी नए कनेक्शन के लिए आवेदन आ रहे हैं, वहां सिर्फ डिजिटल मीटर ही लगाए जा रहे है।
जहां हैं वहां लगे रहेंगे
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मीटर डिपार्टमेंट के लोगों की माने तो 2021 तक जहां-जहां और जिन घरों में स्मार्ट मीटर लगे है अब सिर्फ वहीं तक ये मीटर रहेंगे। भले ही नए कनेक्शन में डिजिटल मीटर लगाए जा रहे हो, मगर जहां पहले से स्मार्ट मीटर लगे है उन्हें चेंज नहीं किया जाएगा। जब तक शासन स्तर से कोई आदेश नहीं आता तब तक वे वैसे ही लगे रहेंगे। यही नहंी अगर इनमें से किसी का मीटर खराब हो जाता है या किसी तरह की कोई समस्या आती है तो उसके बदले में भी डिजिटल मीटर नहीं लगाए जाएंगे। ऐसी स्थिति में आवेदन मिलने पर स्मार्ट मीटर के बदले स्मार्ट मीटर ही लगाए जाएंगे।
स्मार्ट प्रीपेड में बदलेगा
स्मार्ट मीटर के साथ सबसे खास बात ये है कि इसमें एक ऐसा डिवाइस लगा हुआ है, जिससे इस मीटर को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदला जा सकता है। इससे कंज्यूमर के पास न ज्यादा बिल आने की शिकायत होगी न कभी भी मीटर बंद होने की। हालांकि इस राहत के लिए पावर कंज्यूमर को अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा। बिजली विभाग के अधिकारी भी स्पष्ट रूप से नहीं बता पा रहे हैं कि यह काम कब शुरू होंगे। दो साल पहले ही स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम शुरू किया गया था, लेकिन विभाग के मुख्य सर्वर में आई गड़बड़ी के कारण इसे रोक दिया गया। रिवैम्प योजना के तहत स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का निर्णय लिया गया था। साथ ही पूर्व में लगे स्मार्ट मीटरों का साफ्टवेयर अपडेट कर उन्हें प्रीपेड में बदलना था।
ये होगा फायदा
बिजली बिल की गड़बड़ी और कटौती से निजात मिल जाएगी। कंज्यूमर जितने का रिचार्ज करेंगे उतना उपयोग कर सकेंगे। भुगतान न करने पर सुबह दस से दोपहर दो बजे के बीच ही बिजली काटी जाएगी। वे अपना रिचार्ज मोबाइल की तरह ऑनलाइन या नजदीकी विद्युत उपकेंद्र पर जाकर कर सकेंगे.
स्मार्ट मीटर की समस्याएं
- बिजली बिल ज्यादा आना
- मीटर जंप करना
- यूनिट तेजी से भागना
- बिजली इस्तेमाल न होने पर भी बिल आना
- कम पावर कंजम्शन में भी ज्यादा बिल आना
- शॉप बंद होने के बाद भी वैसे ही बिल आना
- तीन से चार गुना ज्यादा बिल आना
डिजिटल के फायदे
- एकुरेट बिल आता
- किसी तरह की नहीं आती समस्या
- कंज्यूमर की नहंी रहती कोई शिकायत
- विभाग को भी टाइम पर पेमेंट मिल जाता है
स्मार्ट मीटर पर रोक लगी हुई है। उच्चाधिकारियों से जब तक कोई आदेश नहीं मिलता तक तब जहां भी नए कनेक्शन लगने हैं वहां डिजिटल मीटर ही लगाए जा रहे हैं।
एके वर्मा, एसई-2, पीवीवीएनएल