वाराणसी (ब्यूरो)भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे सुसाइड केस में 15 दिन हो गए हैंमुख्य आरोपी समर सिंह की गिरफ्तारी भी हो चुकी हैबावजूद इसके आकांक्षा दुबे की मौत का खुलासा नहीं हो पाया हैआकांक्षा ने सुसाइड क्यों कियाक्या वह रिलेशनशिप में थींक्या समर सिंह ने उसे धोखा दियाक्या आकांक्षा को सुसाइड के लिए किसी ने उकसायाबर्थडे पार्टी में एंज्वाय कियासुसाइड से पहले नॉर्मल थीं, फिर अचानक सुसाइड के लिए मजबूर क्यों हो गईऐसे तमाम सवाल हैं, जिसका जवाब अभी तक पुलिस की ओर से नहीं दिया गया। 15 दिन में पुलिस के हाथ सबूत, साक्ष्य, वीडियो और जानकारियां लगी हैं, लेकिन वे भी आकांक्षा दुबे की मौत की तरह मिस्ट्री बनी हैअब तो कॉल डिटेल से आकांक्षा की मौत से पर्दा उठ सकता है

आकांक्षा ने आखिरी कॉल किसको की थी

पुलिस ने आकांक्षा, समर सिंह और संजय की मोबाइल कॉल डिटेल्स निकलवाई हैसूत्रों के मुताबिक, इसकी तफ्तीश में कुछ अहम क्लू मिले हैंहालांकि, 15 दिन बाद भी पुलिस ने इसकी जानकारी शेयर नहीं की हैआकांक्षा ने आखिरी कॉल किसको की थीइसका भी खुलासा नहीं कियाआकांक्षा के वकील ने कहा है कि मोबाइल डिटेल को कोर्ट के सामने रखने की दरख्वास्त करेंगे.

पार्टी में खुश थी, वीडियो में दुखी क्यों

सारनाथ के होटल सोमेंद्र के कमरा नंबर-105 में पंखे से लटका आकांक्षा का शव मिलाबेड पर शव बैठने की स्थिति में थागले में दुपट्टे का फंदा थासुसाइड के 15 दिन हो गए हैंआरोपी भोजपुरी गायक समर सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी हैलेकिन आकांक्षा का सुसाइड मिस्ट्री बन चुका हैजिस रात (25 मार्च) आकांक्षा की लाश फंदे पर लटकी मिली थी, वह एक पार्टी से लौटी थींइससे जुड़े जो सीसीटीवी फुटेज आए हैं, उसमें वह खुश नजर आ रही थींपर कुछ देर बाद सामने आए लाइव वीडियो में वह बेहद दुखी थीं.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का सच

आकांक्षा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैंरात की पार्टी का बिल 11 हजार रुपए आया थाइसे पे आकांक्षा ने किया थापोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, आकांक्षा के पेट में न खाना मिला, न ही कोई लिक्विड और न ही ब्रीदिंग स्पेस में शराब पाई गईउनके पेट में ब्राउन केमिकल मिला हैजिसे लखनऊ फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया हैआकांक्षा का म्यूकस में ब्रेन ऑफ स्टमक चोक्ड पाया गया.

अगर ऐसा लगता तो आकर समझता

गिरफ्तारी के बाद पुलिस को समर सिंह ने बताया है कि आकांक्षा से उसकी 25 मार्च की रात सिर्फ 5 से 6 सेकेंड ही बात हुई थीआकांक्षा का उसके पास फोन आया थालेकिन शोर-शराबा ज्यादा था, इसलिए बात नहीं हो पाई थीसिर्फ यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि आकांक्षा से मेरी बस कामकाज के सिलसिले में ही बात होती थीकैमरे के सामने हमारी जोड़ी अच्छी लगती थीलेकिन वास्तविक जीवन में कोई सरोकार नहीं थासमर ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि आकांक्षा आत्महत्या कर लेगीअगर कुछ लगता तो मैं गोरखपुर से वाराणसी आकर उसे समझाताहमसे ज्यादा वाराणसी और मुंबई के दो युवक आकांक्षा के बहुत करीब थेउनकी नियमित बातचीत भी होती थीपुलिस कॉल डिटेल से इसे देख भी सकती है.

कोर्ट के जरिए पुलिस समर सिंह को रिमांड पर लेने का प्रयास करेगीअभी तक हुई पूछताछ में कुछ जानकारियां मिली हैं, उस पर पुलिस काम कर रही हैबहुत जल्द ही मौत का खुलासा होगा.

संतोष सिंह, एडिशनल सीपी