वाराणसी (ब्यूरो)साहब! लाखों खर्च करके कॉलोनी में घर बनवाया, लेकिन सड़क न बनने के कारण यहां रहना भी मुश्किल हो गया हैक्षतिग्रस्त सड़कों को लेकर पब्लिक लगातार निगम के कंट्रोल रूम में कुछ ऐसी कॉल कर रही हैवाट्सएप पर भी पीड़ा बता रहे हैंपॉवर सेंटर वाराणसी में पब्लिक गड्ढे वाली सड़कों से आवागमन कर रही हैखराब सड़कों की शिकायत लगातार नगर निगम अफसरों, जनप्रतिनिधियों तक पहुंच रही है, लेकिन कोई सुध लेने वाला नहींसड़क के अलावा सीवर व नाली की सफाई की समस्या भी आम है। 69 दिनों में कुंल 1810 शिकायतें दर्ज की गई हंैइनमें 380 खराब सड़कों से जुड़ी हैंनगर निगम से पब्लिक का एक ही सवाल है कि मेरी सड़क कब बनेगी.

7 दिसंबर को एक्टिव हुआ नंबर

नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने शहर की जटिल समस्याओं के निस्तारण के लिए 7 दिसंबर को वाट्सएप नंबर (8601872688) की शुरुआत की थीनंबर के एक्टिव होते ही समस्याओं का अंबार लग गयाइनमें कालोनी की सड़क समेत प्रमुख मार्ग शामिल हैंकहीं गड्ढा हो गया है तो कहीं सड़क किनारे से ही टूटकर बिखर गई हैं.

शिवाला : मिलता सिर्फ आश्वासन

रविन्द्रपुरी, शिवाला की सड़कों की मरम्मत के लिए कंप्लेन दर्ज हुई हैइसके अलावा लक्सा स्थित कालोनी सूर्यानगर और प्रमुख सड़कें काफी खराब हैंवहां के पार्षद ने भी सड़क की मरम्मत के लिए कई बार सदन की बैठक में अपना प्रस्ताव रखा, लेकिन सिर्फ आश्वासन देकर मामले को रफा-दफा कर दिया जाता हैवार्ड नं। 90 के पार्षद रामगोपाल का कहना है कि शपथ ग्रहण के बाद सभी से सड़कों की मरम्मत कराने के लिए प्रस्ताव मांगा गया था, लेकिन आज तक उस पर कोई सुनवाई नहीं हुई.

रामकटोरा : 1 किमीमें 50 गड्ढे

रामकटोरा से जगतगंज की ओर बढ़ेंगे तो बीच में उबड़-खाबड़ सड़कें आपको चलने नहीं देगी, जबकि यह क्षेत्र ट्रांसपोर्ट का सबसे बड़ा हब हैजगतगंज हरसेवानंद स्कूल के पास तिराहे पर बड़ा गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया हैयह सच है कि रामकटोरा से जगतगंज की दूरी करीब एक किलोमीटर होगीइस डिस्टेंस में 50 से अधिक गड्ढे देखने को मिल जाएंगे.

पार्षद भी मुखर

अब सड़क, सीवर और पानी की समस्या को लेकर पार्षद भी मुखर होने लगे हैंउनका कहना है कि सदन की बैठक में सिर्फ आश्वासन दिया जाता है कि कोई काम नहीं हो रहा हैआम पब्लिक पार्षदों से सवाल पूछती है कि वार्ड की सड़कें कब ठीक होंगीसीवर की समस्या कब दूर होगीजवाब देते-देते पार्षद भी थक चुके हैं.

सड़कों की मरम्मत के लिए विभाग को निर्देश दिया गया हैकहां-कहां सड़क क्षतिग्रस्त है, इसको चिह्नित किया जा रहा है.

अक्षत वर्मा, नगर आयुक्त

शिवाला और रविंद्रपुरी की सड़कें काफी खराब हैंधूल के गुबार से कई लोग बीमार हो चुके हैंगड्ढे इतने हैं कि चलना दूभर हो जाता है.

राजेश यादव चल्लू, पार्षद

वार्ड नं। 90 की सड़कों की मरम्मत के लिए नगर निगम ने फिर से 40 लाख रुपए का प्रस्ताव मांगा हैकब तक प्रस्ताव पास होगा, कहना मुश्किल है.

रामगोपाल, पार्षद

सड़क, सीवर ओवरफ्लो से आम पब्लिक परेशान हैकब दुरुस्त होगा, कहा नहीं जा सकतानगर निगम से मांग की जा रही है.

चंद्रकांत, पार्षद

सड़कों की मरम्मत कराने के लिए पार्षद से कहा गया है लेकिन बार-बार वह फंड न होने की बात कहते हैं.

अतुल पांडेय, अधिवक्ता

हरसेवानंद स्कूल के पास तिराहे पर सड़क को खोदकर छोड़ दिया गया हैस्कूल के बच्चे आए दिन चोटहिल हो रहे हैं.

गणेश चौबे, व्यवसायी

न सड़क न नाली

वार्ड नंबर 41 स्थित सत्संग नगर कॉलोनी के गोपाल राय ने बताया, 300 मीटर तक सड़क कच्ची होने से कालोनी का स्वरूप गांव जैसा लगता हैयहां पर न पक्की सड़क है और न जलनिकासी के लिए नालियांबारिश का पानी कच्ची सड़क पर जमा होने से कीचड़ हो जाता हैजनसुनवाई में वर्तमान समेत तीन नगर आयुक्त से सड़क बनवाने के लिए गुहार लगा चुका हूं, लेकिन स्थिति जस की तस हैबार-बार सिर्फ आश्वासन मिलता हैयही नहीं मेयर अशोक तिवारी से भी मिलकर इस समस्या को अवगत करा चुका हूंउन्हें भी प्रार्थना पत्र दे चुका हूंइसके बावजूद भी हालात नहीं सुधरे

कौन-कौन सी शिकायत

380-सड़क

556-सीवर, जल

262-लाइट

114-पशु पकडऩे की

400-साफ-सफाई

98- अन्य कंप्लेन

1810 कुल कंप्लेन