वाराणसी (ब्यूरो)मंडलीय, जिला अस्पताल और सीएचसी में भी स्वास्थ्य महकमे की ओर से इलाज के साथ जांच और दवा उपलब्ध कराने का दावा किया जाता हैसरकार की ओर से आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैैंक्या मरीजों को इसका लाभ मिल रहा हैइसी को जानने के लिए बुधवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने शिवपुर स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र यानी सीएचसी की पड़ताल की तो चौंकाने वाली तस्वीर और जानकारी सामने आईंसीएचसी के गेट पर न तो व्हीलचेयर मिला और न ही स्टे्रचरसीबीसी जांच के लिए नई मशीन है, लेकिन वह शोपीस बनी हैपूरे परिसर में एक भी सीसीटीवी भी नहीं मिलाओपीडी में तीन कमरों में डाक्टर दिखे, लेकिन कुछ कमरों में चेयर खाली थी.

दो डॉक्टरों की ओपीडी में भीड़

सीएचसी में प्रवेश करते ही चिकित्साधिकारी डादिग्विजय मिश्रा का कमरा हैजहां हड्डी, जोड़ और नस की शिकायत से जूझ रहे मरीजों की भीड़ रहीमरीजों ने डाक्टर साहब को घेर रखा थाबावजूद इसके मरीजों से उनका व्यवहार सामान्य थामरीज घनश्याम बताते हैं कि डाक्टर साहब के यहां अक्सर भीड़ रहती हैइलाज के साथ अच्छा परामर्श भी देते हैंसमस्या होने पर खुद फोन कर जिला अस्पताल या मंडलीय में मरीज का बेहतर इलाज भी कराते हैंयही स्थिति सामने वाले रूम में बैठी स्त्री रोग विभाग में डाप्रतिभा सिंह की थीलेकिन, फिजिशयन डाएमके दुबे की केबिन में चेयर खाली थीसंतोष यादव समेत दो केबिन में ताला बंद था

पैथोलॉजी में सीबीसी जांच नहीं

सीएचसी के पैथोलॉजी में डिजिटल एक्सरे के अलावा मलेरिया, टायफाइड, ब्लड सुगर, प्रेग्नेंसी, हीमोग्लोबिन, यूरिन, डेंगू, एचआईबी, बलगम, यूरिक एसिड समेत सीबीसी जांच की सुविधा हैसीबीसी को छोड़कर सभी जांच हो रही हैजानकारी करने पर पता चला कि सीबीसी जांच की मशीन नई है, जो पिछले छह महीने से बंद पड़ी हैनिरीक्षण के दौरान सीएमओ डासंदीप चौधरी ने इसे तत्काल शुरू करने का निर्देश दिया थाबावजूद इसके यह चालू नहीं हुईडिलूइंट एंड लिसे नहीं होने के कारण यह बंद पड़ी हैमात्र 15 हजार के ही ये पाट्र्स आते हैंबजट होने के बावजूद इसकी खरीदारी नहीं हो रही हैसीबीसी जांच के लिए मरीजों को बाहर जाना पड़ रहा है

परिजन खुद खींच रहे थे स्ट्रेचर

सीएचसी शिवपुर में पड़ताल के दौरान एक भी वार्ड ब्वॉय या नर्स नहीं दिखींओडी में आपरेशन होने के बाद परिजन खुद स्ट्रेचर खींचकर बाहर लाते दिखेगेट पर व्हीलचेयर नहीं होने से अस्पताल में आने वाले बुजुर्ग मरीजों को हर दिन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

सीएचसी शिवपुर में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैंपैथोलॉजी में सभी तरह की जांच भी होती हैवहां छह डाक्टरों की टीम हैओडी या नाइट ड्यूटी के चलते सुबह तीन ही डाक्टर उपलब्ध रहते हैंमेरी जानकारी में सीबीसी जांच होती है, लेकिन मशीन नहीं चल रही है तो इसे तत्काल शुरू कराया जाएगा.

- डासंदीप चौधरी, सीएमओ