वाराणसी (ब्यूरो)। श्री काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा को लेकर डीपीपी के खास निर्देश के बाद नये सिरे से व्यवस्था पर मंथन शुरू हो गया है। धाम की सुरक्षा को लेकर नये उपकरण और आधुनिक तकनीक वाले सीसीटीवी सर्विलांस से लैस किया जाएगा। साथ ही पूरे परिसर में विशेष ऊंचाई वाले स्थानों पर पोल-बेस्ड सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। धाम में अब लिमिटेड लोगों के पास ही मोबाइल होंगे। सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े ऐसे कर्मचारियों की सूची तैयार होगी, जिन्हें परिसर के अंदर मोबाइल की आवश्यकता होती है। स्लाइडिंग डोर, एंड-टू-एंड बैरिकेडिंग आदि की व्यवस्था होगी।
डीजीपी राजकुमार विश्वकर्मा के निर्देश पर अपर पुलिस महानिदेशक सुरक्षा विनोद सिंह ने विश्वनाथ धाम की सुरक्षा को लेकर नया खाका खींचा है। मंदिर में हर दिन दक्षिण भारत से बड़ी संख्या में आने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए प्रोटोकाल की एकीकृत व्यवस्था का निर्णय लिया गया है। सभी वीआईपी व सामान्य प्रोटोकॉल के दर्शन की व्यवस्था की जाए। साथ ही प्रोटोकॉल के दर्शनार्थियों के साथ मंदिर की ओर से ड्रेस में तैनात कर्मचारी ही लाइजन करेंगे। विभागों के प्रतिदिन के प्रोटोकॉल के लिए मंदिर प्रशासन द्वारा संख्या निर्धारित की जाएगी। मंदिर के कर्मचारी, नित्य दर्शनार्थी के लिए पुलिस विभाग के समन्वय से आरएफआईडी कार्ड की व्यवस्था की जाएगी.
विशेष दिन होगा नो व्हीकल जोन
सावन, देवदीपावली, महाशिवरात्रि, नववर्ष आदि जैसे विशेष अवसरों पर श्रद्धालुओं एवं दर्शनार्थियों को कतारबद्ध एवं नियंत्रित करने के लिए रात में भी मंदिर मार्ग को नो-व्हीकल जोन किया जाएगा। सीआईएसएफ के समन्वय से मंदिर प्रशासन स्लाइडिंग डोर, एंड-टू-एंड बैरिकेडिंग आदि की व्यवस्था की जाएगी। परिसर में जहां भी अंधेरा रहता है, वहां हाई-मास्ट लाइट लगाई जाएगी। मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिस व मंदिर प्रशासन के प्रतिनिधियों का व्यवहार श्रद्धालुओं के प्रति सौम्य एवं शालीन होना चाहिए।
धाम व गंगा नदी के गलियारे में लगेगी एलईडी स्क्रीन
दशाश्वमेध घाट से जो लोग दूर हैं और गंगा आरती में शामिल नहीं हो सकते हैं, उनके लिए सीपीडब्ल्यूडी अन्य घाटों, काशी विश्वनाथ मंदिर और प्रस्तावित कॉरिडोर पर कई बड़े एलईडी स्क्रीन लगाएगा। विश्वनाथ धाम और गंगा नदी के बीच प्रस्तावित गलियारे में जगह भी चिन्हित कर लिया गया है। मंदिर में आरती का इन एलईडी स्क्रीन पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। परियोजना की लागत लगभग 11.5 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। उधर, मंदिर प्रशासन द्वारा गंगा द्वार के पास ही भव्य नित्य गंगा आरती की व्यवस्था को लेकर योजना बनाई जा रही है। काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन करने वाले श्रद्धालु गंगा आरती के सुखद नयनाभिराम दृश्य को भी अपने हृदय में समाहित कर सकेंगे.