वाराणसी (ब्यूरो)एनसीआरटी ने घोषणा की थी कि एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए एकेडमिक सेशन से सीबीएसई स्कूलों में क्लास थ्री और क्लास सिक्स की किताबें बदल जाएंगीअब स्कूलों में सिलेबस तो बदल गया है, लेकिन बाजार से नए सिलेबस की किताबें गायब हैंजबकि स्कूल खुलने में अब सिर्फ दस दिन का समय बचा है.

किया गया अनिवार्य

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजूकेशन (सीबीएसई) के निर्देश के बाद नए सिलेबस और पाठ्य पुस्तकों को अनिवार्य किया गया थाइस बदलाव के बीच एनसीईआरटी ने क्लास सिक्स के लिए एक ब्रिज प्रोग्राम और क्लास थ्री के लिए एक गाइडलाइन तैयार की थीसिलेबस तो चेंज हो गया, लेकिन अब तक किताबों का कुछ पता नहीं हैस्कूल्स ने अप्रैल के लास्ट तक बुक्स आ जाने का दावा किया था, लेकिन आधा जून बीतने के बाद भी स्टूडेंट्स को बुक्स नहीं मिल पाई हैइसके चलते पेरेंट्स में गुस्सा देखने को मिल रहा है

इन क्लास की बुक्स नहीं

एनसीईआरटी का कहना था कि स्टूडेंट्स को अप्रैल में ही बुक्स मिल जाएंगीकई अन्य क्लास की किताबें पहले ही छप चुकी थींये किताबें मार्केट में उपलब्ध हैंलेकिन क्लास 3, 4, 5, 9 और 11वीं क्लास की किताबें अब तक मार्केट में नहीं आई हैंस्कूल्स का कहना है कि 15 जुलाई तक एनसीईआरटी की किताबें मार्केट में उपलब्ध होने की उम्मीद हैंएनसीईआरटी ने यह भी कहा था कि वह स्कूली किताबें समय पर उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है और अब तक कक्षा 1, 2, 7, 8, 10 और 12वीं की किताबें दुकानों तक पहुंचाई जा चुकी हैंलेकिन 3, 4, 5, 9 और 11वीं क्लास की किताबों का कुछ पता नहीं है.

पेरेंट्स में आक्रोश

अप्रैल में एनसीईआरटी की किताबें आ जाने का दावा करने के बाद भी जून तक किताबें न आने से बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करानी पड़ रही हैइससे पेरेंट्स में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा हैपेरेट्स का कहना है कि अगर बच्चों को ऑनलाइन ही पढ़ाना है तो हम उन्हें स्कूल क्यों भेज रहे हैंअभी बच्चे सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोड सिलेबस से अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं.

ये किताबें उपलब्ध नहीं

क्लास- 3

गणित, अंग्रेजी, हिंदी, पर्यावरण

क्लास- 4

गणित, अंग्रेजी, हिंदी, पर्यावरण

क्लास- 5

अंग्रेजी, हिंदी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, ईवीएस

क्लास-9

हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान

क्लास- 11

गणित, भौतिक विज्ञान, इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, लेखाशास्त्र

15 जुलाई तक किताबें आ जाने की पूरी उम्मीद हैबच्चों को अभी सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोड सिलेबस से पढ़ाई कराई जा रही है

रचना श्रीवास्तव, डायरेक्टर, सिल्वर ग्रोव स्कूल

स्कूल्स में जल्द ही बुक्स आ जाएंगीएनसीईआरटी ने जुलाई तक बुक्स जारी करने का दावा किया हैतब तक बच्चों को सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोड सिलेबस से ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है

नीलम सिंह, प्रिंसिपल, संत अतुलानंद स्कूल

स्कूल की ओर से अब तक बच्चों को किताबे नहीं दी गई हैंबिना बुक्स के बच्चों को काफी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही हैबच्चे अभी ऑनलाइन स्टडी कर रहे हैं

मोनिका खेमका, पेरेंट्स

अगर बच्चों को ऑनलाइन ही पढ़ाई करानी है, तो स्कूल क्यों भेजते हैंअप्रैल में बुक्स आ जाने की बात कही गई थी, लेकिन अब तक बुक्स का कुछ पता नहीं है

सोनाली गुप्ता, पेरेंट्स

अभी तक एनसीईआरटी की बुक्स नहीं आई हैंजुलाई तक आने की उम्मीद हैबच्चे बार-बार बुक्स के लिए पूछने आते हैं

गौरव जायसवाल, बुक स्टॉल ओनर