- कमिश्नरी की चहारदीवारी पर म्यूरल्स बनाने का काम हुआ पूरा
- सड़क के दोनों तरफ दिखेंगे रामायण-महाभारत के प्रसंग
अतिक्रमण, पार्किंग और गंदगी से कचहरी के बाउंड्री की बिगड़ी सूरत जल्द ही नए रंगरूप में नजर आएगी। बाउंड्री के बाहरी तरफ महाभारत और रामायण के प्रसंगों के म्यूरल्स बनाए जाएंगे। जिला मुख्यालय की सुंदरता बढ़ने के साथ ही इस प्रयोग के जरिए इस इलाके को अतिक्रमण मुक्त करने की भी योजना है। फिलहाल कमिश्नरी कंपाउंड की बाउंड्री पर महात्मा बुद्ध और कृष्ण की आकृतियां बनाई गई हैं।
100 मीटर लंबी बाउंड्री पर हुआ काम
जिला मुख्यालय के आसपास के इलाके को सजाने की कवायद महीने भर पहले से शुरू हो चुकी है। सबसे पहले कमिश्नरी कंपाउंड की बाहरी चहारदीवारी पर आकृतियां बनाने का काम शुरू हुआ। 100 मीटर से ज्यादा लंबी इस बाउंड्री पर बुद्ध, राम, कृष्ण और अन्य महापुरुषों के म्यूरल्स उकेरे जा चुके हैं। आर्टिस्ट मो। एजाज और उनकी टीम अब इन म्यूरल्स को चॉकलेट और गोल्डन कलर से रंगने में लगी हुई है। अगले चरण में कमिश्नरी के ठीक सामने कचहरी की बाउंड्री पर भी ऐसे ही म्यूरल्स उकेरे जाने हैं।
शहर की दिखाएंगे विरासत
हृदय योजना के तहत शहर में सार्वजनिक भवनों और सरकारी कार्यालयों की दीवारों आदि पर म्यूरल्स और पेंटिंग बनाने का काम जारी है। इसका मकसद कबीर-तुलसी के इस शहर के लोगों और बाहर से आने वाले अतिथियों को अपनी समृद्ध विरासत से रूबरू कराना है। मकसद यह भी है कि कचहरी, जिला मुख्यालय और सर्किट हाउस में आम से लेकर खास तक पहुंचते हैं। रामायण-महाभारत और काशी की धरोहर और संस्कृति से जुड़े म्यूरल्स उन्हें विशिष्टता का एहसास कराएंगे।
गंदगी से भी मिलेगी निजात
किसी इलाके को चमकाने के लिए पहले भी कई महानगरों में ऐसे प्रयोग किए गए हैं। म्यूरल्स के जरिए इलाके को गंदगी और अतिक्रमण मुक्त बनाने में भी मदद मिलेगी। इस बाबत कमिश्नर दीपक अग्रवाल कहते हैं कि यह प्रयोग बेहतरीन है। आकृतियां बनवाने के साथ ही इनकी नियमित निगरानी की व्यवस्था भी कराने के निर्देश दिए गए हैं।