वाराणसी (ब्यूरो)। मार्केट में चलन से अठन्नी भले ही गायब हो गयी हो, लेकिन अब यही अठन्नी नगर निगम का खजाना भरने का काम करेगी। चौंकिए मत, यह सोलह आना सच है। पिछले दो सालों में काशी में टूरिस्ट की बेतहाशा गैदरिंग को देखते हुए नगर निगम को यात्री कर की याद फिर सताने लगी है। अब निगम प्रति व्यक्ति पचास पैसे की दर से यात्रीकर वसूलने जा रहा है। इसके लिए निगम ने रोडवेज और रेलवे को पत्र लिखकर पिछले पांच साल में आए यात्रियों की संख्या का ब्योरा मांगा है.
क्यों याद आया कर
श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद सिटी में टूरिस्टों की संख्या में गजब का इजाफा हुआ है। सावन माह में ही करीब डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालु आए और बाबा का पूजन कर चले गए। यही नहीं आम दिनों में भी टूरिस्टों की संख्या दो से तीन लाख पर डे रह रही है। टूरिस्टों को सिटी में कोई परेशानी न हो, इसके लिए नगर निगम ने अपना पूरा मेनपावर लगा दिया है। निगम के सभी सफाईकर्मी दिन में तीन से चार बार पर सड़कों, गलियों की सफाई कर रहे हैं। इसमें नगर निगम का काफी रुपया खर्च हो रहा है। इसको देखते हुए नगर निगम अब यात्रीकर वसूलने की तैयारी में है.
ढाई लाख परडे रेल पैसेंजर्स
नगर निगम के अफसरों की मानें तो रेलवे से प्रतिदिन ढाई लाख यात्री आते हैं। इन यात्रियों का ब्यौरा रेलवे से मांगा गया है। इसके लिए रेलवे को पत्र लिखा गया है। पिछले पांच साल में कितने यात्री आए, इसकी भी जानकारी मांगी गयी है। यात्रियों की संख्या के आधार पर 50 पैसे प्रति यात्री कर लिया जाएगा।
रोडवेज-एयरपोर्ट को भी पत्र
नगर निगम ने रोडवेज और एयरपोर्ट को भी पत्र भेजकर प्रतिदिन कितने यात्री शहर में आ रहे हैं, इसका ब्यौरा मांगा है। हालांकि रोडवेज की बसों से भी करीब 15 हजार की संख्या में प्रतिदिन यात्री शहर में आते हैं। इनमें पूर्वांचल के जिलों के अलावा अन्य शहर के यात्री शामिल हैं। अगर यात्रियों का ब्यौरा मिल जाएगा तो यात्री कर रोडवेज और एयरपोर्ट से भी लिया जाएगा.
यात्रियों की बढ़ी भीड़
नगर निगम के अफसरों का कहना है कि सावन का महीना हो या फिर आम दिन यात्रियों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है, क्योंकि शहर में तीन से चार बार सफाई करने के बाद भी सफाई व्यवस्था चौपट हो जा रही है। क्योंकि जितने भी यात्री आ रहे हैं, कहीं न कहीं गंदगी करके चले जा रहे है। इनमें साउथ के यात्री ज्यादा है।
सदन की बैठक में मंजूरी
नगर आयुक्त का कहना है कि यात्री कर वसूलने के लिए पिछले दिनों हुई सदन की बैठक में मंजूरी मिल गयी है। मिनी सदन में इस प्रस्ताव के पास होने के बाद नगर निगम अपने रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए यात्री कर वसूलने की ओर कदम बढ़ा रहा है। इसमें प्रति टिकट 50 पैसे यात्री कर निर्धारित किया गया है, जो सरकारी रेट है और नगर निगम अधिनियम 1959 के तहत मान्य है। इस पैसे को नगर निगम सिटी की साफ-सफाई और मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए करेगा.
यात्री कर के लिए नगर निगम ने रेलवे, रोडवेज और एयरपोर्ट को पत्र भेजकर यात्रियों की संख्या का ब्यौरा मांगा है। इसी के आधार पर प्रति व्यक्ति 50 पैसा यात्री कर लिया जाएगा। जो रेवेन्यू आएगा, उसे शहर के डेवलपमेंट में लगाया जाएगा.
सिपु गिरी, नगर आयुक्त