वाराणसी (ब्यूरो)। कॉलोनियों और सार्वजनिक स्थलों के आसपास स्थित 177 पार्कों को लेकर नगर निगम गंभीर नहीं है। पार्क में ओपेन जिम के सामान के साथ छेड़छाड़ न हो, गंदगी न हो और आवारा कुत्तों का जमावड़ा न हो, इसके लिए 130 केयर टेकर रखने का निगम प्रशासन की ओर से दावा तो किया जाता है, लेकिन सोमवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने शहर के तीन पार्कों का रियलिटी चेक किया तो स्थिति यह रही कि कुछ जगह माली नहीं मिले तो कुछ केयर टेकर नहीं थे।
लच्छीपुरा पार्क में माली ही नहीं
घौसापुरा के लच्छीपुरा कालोनी में दो पार्क हैं। एक छोटा है तो एक बड़ा। दोनों पार्क में आज तक केयर टेकर तैनात नहीं किया गया है। इसके चलते पार्क का बुरा हाल है। छोटे पार्क में क्षेत्रीय लोगों ने ओपन जिम खोलने की मांग नगर निगम से की है। इसके अलावा बड़े पार्क को हरा-भरा करने के साथ एक माली को पार्क में तैनात करने की मांग की, जिससे पार्क हरा-भरा रहे और मेंटेनेंस भी रहे। यही नहीं यहां पर आवारा कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है। इसके चलते बच्चे पार्क में जाने से डरते हैं।
तिलभांडेश्वर पार्क : सैलरी लेने के बाद भी ड्यूटी नहीं
तिलभांडेश्वर पार्क का हाल भी काफी बदहाल है। माली की तैनाती है, लेकिन माली न तो दिन में दिखता है और न ही शाम को। इसके चलते पार्कों के झूले टूटे हैैं। पार्क में जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है। पानी भरने से पार्क में फिसलन की स्थिति है। माली के न रहने से पार्क में घास हो गई है।
भरत मिलाप कॉलोनी पार्क : तैनाती के बाद भी केयर टेकर गायब
भरत मिलाप कालोनी में पाथवे का निर्माण चल रहा है। दरअसल, अराजक तत्वों ने वहां पर स्थित पत्थरों को उखाड़कर फेंक दिया था। पार्क में मौके से माली गायब था। घास पूरी तरह से सूखी थी। ऐसा लग रहा था बिना माली के ही पार्क चल रहा है। पार्क में जगह-जगह गड्ढे मिले। अधिकारियों के अनुसार, इस पार्क में माली को तैनात किया गया है, लेकिन पार्क मेंटनेंस करने में लापरवाही साफ दिखी.
शहीद उद्यान पार्क: मौके पर एक माली
नगर निगम के शाहिद उद्यान पार्क में सिंचाई कर रहे माली जोखूराम ने कहा, इस उद्यान में तीन माली हैं। माली सुखराम मौर्य सुबह 7 से 11 बजे तक व कालिंद्र सिंह दोपहर दो से शाम 5 बजे तक रहते हैं। प्रकाश सभी का सुपरविजन करते हैं। जोखूराम ने बताया, अभी तो मैं ही हूं और कुछ लोग अभी बाहर गए हैं। यहां मोटर जलने के कारण पानी की व्यवस्था नहीं है। फव्वारे भी बंद हैं। इमरजेंसी के लिए सबमर्सिबल की व्यवस्था है.
गांधी नगर पार्क: हेल्पर मिला, माली नहीं
गांधी नगर पार्क में दो माली हैं। जगदीश मौर्या माली और दीपक हेल्पर हैैं। यहां के सुपरवाइजर भी प्रकाश हैं। यहां माली नहीं मिला, जबकि हेल्पर पेड़ों में पानी दे रहा था। यहां पेयजल की व्यवस्था एकदम नहीं है। यहां लाइट के पोल हैं, लेकिन एक ही लाइट जलती है। बाकी सब खराब हैं.
गुलाब बाग पार्क: न माली न सुपरवाइजर
गुलाब बाग पार्क सिगरा थाने के सामने है। पानी मशीन होने के बाद भी पानी की व्यवस्था नहीं है। पार्क में साफ सफाई भी नहीं है। शाम 4 बजे जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम पार्क में पहुंची तो वहां कोई माली ही नहीं था। सुपरविजन के लिए कोई सुपरवाइजर भी नहीं था.
पार्कों के देखभाल को 130 केयर टेकर
नगर निगम के 177 पार्कों की देखभाल करने के लिए 130 केयर टेकर नियुक्त किए गए हैं। इनमें से कई केयर-टेकर माली की भी जिम्मेदारी निभाते हंै। यानी पेड़-पौधों को काटने-छांटने का काम करने के अलावा पेड़-पौधों को पानी देते हैं। पार्क में कोई बाहरी व्यक्ति न प्रवेश कर सके, इसका भी ध्यान देते हैं.
हर महीने 11 लाख खर्च
पार्कों की देखभाल के लिए नगर निगम हर महीने माली और केयर टेकर को 8500 रुपए प्रति माह सैलरी के रूप देता है। 130 केयर टेकर के हिसाब से हर महीने 11 लाख 500 रुपए केयर टेकर को भुगतान किया जाता है कि पार्क में कोई गंदगी न कर सके। इसके बाद भी शहर के कई पार्क बदहाल हैं।
फैक्ट एंड फीगर
130 केयर टेकर व माली पार्कों में हैैं तैनात
8500 रुपए वेतन हर महीने किया जाता है भुगतान
177 पार्क शहर में नगर निगम एरिया में
लच्छीपुरा पार्क में केयर टेकर की नियुक्ति की जाए, जिससे पार्क मेेंटेनेंस रहे। साथ ही पार्क की सफाई भी सुबह और शाम होनी चाहिए.
मंजू देवी, लच्छीपुरा
कॉलोनी के पार्क में ओपन जिम खोला जाए, जिससे बच्चों के साथ ही बड़े भी एक्सरसाइज कर सकें। जिम की देखभाल के लिए भी कर्मचारी की नियुक्ति की जाए.
अभिषेक विश्वकर्मा, क्षेत्रीय नागरिक
शहर के पार्कों का बुरा हाल है। जहां माली भी तैनात किया गया, वहां पर दिखते ही नहीं है। अगर माली ठान ले तो पार्क एकदम मेनटेन रहे.
डॉ। गिरीश श्रीवास्तव, क्षेत्रीय नागरिक
हर महीने पार्कों के केयर टेकर पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं। फिर भी पार्क बदहाल रहता है। अगर केयर टेकर पर निगम ध्यान दे तो पार्क की हालत सुधर सकती है.
प्रवीण सिंह, क्षेत्रीय नागरिक
माली और केयर टेकर को तैनात करने के बाद पार्क को आम पब्लिक के लिए सुबह और शाम के समय पर खोलना चाहिए, जिससे पार्क मेनटेन रहे.
नमिता सेन, लक्ष्छीपुरा
पार्कों में अगर माली प्रॉपर तरीके से ध्यान दे तो पार्क में कोई दिक्कत न हो। बच्चे भी आराम से खेलें लेकिन ध्यान न देने की वजह से ज्यादातर पार्क की हालत खराब है.
डॉ। एमए अजहर, क्षेत्रीय नागरिक