वाराणसी (ब्यूरो)। नगर निगम का सदन थ्रीडी मॉडल में दिखेगा। इसके लिए नगर निगम ने पूरी तैयारी कर ली है। सदन को मूर्तरूप देने के लिए मेयर अशोक तिवारी ने गुरुवार को स्मार्ट सिटी के अफसरों संग बैठक की और प्रोजेक्टर पर सदन की डिजाइन को देखा। नगर निगम का सदन बेहतर दिखे इसके लिए ओपन डिजाइन कंप्टीशन का आयोजन किया गया है। इसमें रजिस्टर्ड आर्किटेक्ट, कंसल्टेंट से बेहतर से बेहतर मॉडल की डिजाइन मांगा गया है.
100 माक्र्स का काम्प्टीशन
काम्प्टीशन सौ माक्र्स का रखा गया है। इसमें कॉन्सेप्ट, प्लान, थ्रीडी व्यू, डिजाइन डेवलपमेंट, साइट एनालिसिस पर 65 नंबर दिए गए हैं। बाकी कॉस्ट कटिंग, इको फ्रेंडली, रिसाइकिल, एनर्जी पर नंबर मिदए जाएंगे। इसमें जिस आर्किटेक्ट की डिजाइन पसंद की जाएगी उसी की तर्ज पर सदन का निर्माण किया जाएगा। 21 अक्तूबर तक सदन का थ््राी डी डिजाइन मॉडल मांगा गया है। नगर निगम के सदन को लेकर सबसे अधिक पार्षद उत्सुक है।
13 करोड़ की लागत से बनेगा
नगर निगम सदन की लेकर पिछले पांच महीने से मंथन चल रहा है। अपना सदन न होने से पार्षदों को बैठने में काफी दिक्कत होती है। इसको देखते हुए मेयर अशोक तिवारी नगर निगम सदन बनाने का निर्णय लिया। सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी। इस साल के एंड से सदन को मूर्तरूप दिया जाएगा.
7759 स्क्वायर मीटर में बनेगा
नगर निगम का सदन 7759 स्कवायर मीटर जमीन पर बनेगा। सदन तीन मंजिला को होगा। इसमें मेयर के लिए आफिस भी बनाया जाएगा। इसके बगल में 15 लोगों के बैठने के लिए 3 वेटिंग हॉल, विजिटर गैलरी, मीडिया कक्ष, 300 सीटिंग अरेंजमेंट के लिए मीटिंग हॉल, नगर निगम कंट्रोल रूम, आईटी सेल ऑफिस, स्टाफ ऑर्गेनाइजेशन मीटिंग हॉल 50-60 पैक्स, नगर निगम प्रशासन के 25-30 कार्यालय, महापौर कक्ष के पास छोटा मीटिंग हॉल, बैंक, पोस्ट ऑफिस का भी निर्माण कराया जाएगा.
पार्षदों को होगा आराम
नगर निगम अपना सदन बन जाने से सबसे अधिक राहत पार्षदों को मिलेगा। क्योंकि उनको अपना भवन न होने से इधर-उधर भटकना पड़ता है। सदन की बैठक भी टाउनहाल के सभागार में होती है। नगर निगम कार्यालय के पास सदन बन जाने से सदन की बैठक अब वहीं पर होने लगेगी।
नगर निगम के सदन के लिए तैयारी की जा रही है। स्मार्ट सिटी में अफसरों के साथ बैठक की गई। सभी से डिजाइन और मॉडल मांगा गया है। इसके बाद ही सदन का निर्माण होगा.
अशोक तिवारी, मेयर