वाराणसी (ब्यूरो)। अब सिटी में चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आएगी। इसके लिए नगर निगम ने 20 पार्कों को चुना है। इनमें मार्च से पेड़-पौधे लगाने का कार्य शुरू किया जाएगा। ग्रीन काशी क्लीन काशी के तहत शहर को ग्रीन सिटी बनाया जाएगा। इस पर नगर निगम 80 लाख रुपए खर्च करेगा.
हरा-भरा रखना प्राथमिकता
वाराणसी में नगर निगम सीमा का विस्तार होने के बाद कई रूरल एरिया शहरी सीमा से जुड़ गए हैं। अब ये वार्ड बन गए हैं। निगम नए वार्डों को हरा-भरा रखने के लिए सबसे पहले पार्क डेवलप करेगा। पार्कों में पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। इसके बाद पार्कों के किनारों को लाइटिंग से जगमग किया जाएगा.
पार्कों की कंप्लेन
पार्कों का रख-रखाव न होने से निगम के अधिकारियों के पास शिकायत आने लगी थी। पार्कों में लोगों ने टहलना बंद कर दिया। बच्चों ने भी पार्कों से दूरी बना ली थी। कई पार्कों में जुआरियों ने अड्डा बना लिया है। यहां गंदगी का अंबार है। दस पार्र्कों को निगम ने जुआरियों के कब्जे से मुक्त कर ताला बंद कर दिया है। चिह्नित पार्कों में अभी झाडिय़ां हैं। कहीं बेतरतीब घास उगी है तो कहीं पेड़ को काटकर फेंक दिया गया है। अब इन पार्कों में जल्द ही अशोक, गेंदा, गुलाब के पेड़ लगाए जाएंगे।
आबोहवा होगी शुद्ध
अपर नगर आयुक्त दुष्यंत मौर्या की मानें तो शहर के पार्क हरे-भरे होंगे तो आसपास की आबोहवा भी शुद्ध होगी। पार्कों में लोग टहलने के लिए आएंगे। पाल्यूशन कम होगा। शुरुआत में 20 पार्क को हरा-भरा किया जाएगा। शहर की सीमा बढ़ गयी है, लेकिन हरियाली नहीं बढ़ी है। इसलिए नगर निगम शहर को हरा-भरा करने के लिए पार्कों में पौधरोपण कराएगा।
पार्कों को हरा-भरा करने के लिए 80 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। जिन पार्कों में हरियाली गायब हो गयी है, वहां पेड-पौधे लगाए जाएंगे.
दुष्यंत मौर्य, अपर नगर आयुक्त