वाराणसी (ब्यूरो)। विश्वनाथ धाम बनने के बाद से बनारस में पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अब बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी देशभर के सैलानियों को अपनी ओर खींच रही है। यही वजह है कि देश के अन्य पर्यटन स्थलों तुलना में यहां पिछले एक वर्ष में 10 करोड़ से ज्यादा पर्यटक भ्रमण और बाबा का दर्शन करने पहुंचे है। यह आंकड़ा लोगों के फेवरेट पर्यटन स्थल को भी पीछे छोड़ दिया है। गुजरात में करीब पांच करोड़ तो गोवा में दो करोड़ पर्यटक ही पहुंचे हैं। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2022-2023 के बीच एक वर्ष में दस करोड़ पर्यटक बनारस पहुंचे हैं, जबकि 2021-22 में यह संख्या सात करोड़ थी.
कारोबार में भी आया उछाल
वहीं जानकारी यह भी मिली है कि टूरिस्टों का रुझान अब समुद्र किनारे, फ्यूजन पर्यटन के बजाय धार्मिक स्थलों की ओर बढ़ा है। यही वजह है कि यहां पर्यटकों की आने की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी से पर्यटन कारोबार भी परवान चढ़ रहा है। पर्यटकों की आवक से यहां के कारोबार में करीब 40 से 50 फीसदी की वृद्धि हुई है। इस क्षेत्र में पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसर में बढ़ोतरी हुई है। पर्यटन व्यवसाय से संबंधित कारोबारियों के मुताबिक कोरोना काल के बाद पर्यटक सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन स्थलों के भ्रमण को प्राथमिकता दे रहे हैं.
जानकारी लेकर आ रहे पर्यटक
टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के राहुल मेहता के मुताबिक, काशी के बाद मथुरा और अयोध्या में भी पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। होटल कारोबारी भाइलाल यादव ने बताया कि अब लोग परिवार के साथ घूमने का प्लान बनाते समय धार्मिक स्थलों की जानकारी लेकर ही घरों से निकल रहे हैं। इसमें लोगों की पहली पसंद बनारस बन रही है। धर्म और आस्था के साथ यहां आने वालों को धार्मिक स्थल के साथ गंगा और अन्य स्थल भी पसंद आ रहा है।
गुजरात के पर्यटन प्वाइंट
प्वाइंट -पर्यटकों की संख्या
सोमनाथ मंदिर-1.15
अंबाजी मंदिर-1.05
अहमदाबाद-1.70
पावागढ़ -1.09
कुल--4.99 करोड़
यूपी के प्रमुख पर्यटक केन्द्र
प्वाइंट -पर्यटकों की संख्या
बनारस-10.12
प्रयागराज-2.39
अयोध्या-2.39
मथुरा- 6.52
कुल-21.63 करोड़
काशी विश्वनाथ धाम के बनने के बाद से उसे देखने के लिए भीड़ बढ़ी है। इससे नए पर्यटकों में इजाफा हुआ है। वहीं, बनारस के बाद गुजरात और फ्यूजन पर्यटन नगरी गोवा का नंबर आता है।
आरके रावत, उपनिदेशक, पर्यटन