वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में बुलेट राजा व तेज दुपहिया वाहन चलने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रही है। शहर में कुछ रहिसजादों द्वारा रॉयल एनफील्ड की बुलेट व बाइक्स में मॉडिफाइ और तेज फटाके की आवाज करने वाले साइलेंसर का प्रयोग वाहनों में बढ़ता जा रहा है। एक अनुमान के तहत शहर में आधे से ज्यादा बुलेट मॉडिफाइ है। इसके साथ युवा अपनी बाइक्स में ऐसे साइलेंसर का प्रयोग कर रहे हैं, जो ध्वनि प्रदूषण का कारण बन रहे हैं। इससे परेशान लोगों की ओर से शिकायतें की जा रही हैं, बावजूद इसके पुलिस द्वारा शिंकजा नहीं कसने से हौसले बुलंद होते जा रहे है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम की पड़ताल में सबसे ज्यादा बुलेट की आवाज से नई सड़क में ध्वनि प्रदूषण हो रहा है.
कई मुख्य मार्गों की पड़ताल
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने रविवार को नई सड़क, सिगरा, कचहरी समेत कई मुख्य मार्गों पर पड़ताल की तो पटाखे की आवाज निकालने वाले बुलेट व बाइक से लोग परेशान दिखे। कुछ युवा बुलेट वाहन में रेट्रो साइलेंसर लगवा कर धड़ल्ले से सड़क पर दौड़ रहे हैं, लेकिन कोई धरपकड़ नहीं हो रही। आरटीओ के नियम कहीं तेज आवाज में टूट रहे हैं तो कही मॉडिफाइड वाहन अफसरों मुंह चिढ़ा रहे हैं। शहर में दौड़ रही बुलेट बाइक में अवैध रूप से रेट्रो साइलेंसर लगाए जा रहे हैं। इनसे पटाखा या बंदूक की गोली चलने जैसी आवाज निकलती हैं। बीच सड़क पर युवा तेजी से गाड़ी दौड़ाते हुए यह आवाज निकालते हैं। ऐसे में हादसा होने का भी डर बना रहता है।
खराब हो जाती है नींद
जब ये वाहन कॉलोनियों या मोहल्ले से गुजरते हैं तो लोगों की नींद खराब हो जाती है। रोगी, बुजुर्ग या बच्चे तो बुरी तरह घबरा जाते हैं। मलदहियाके रहने वाले जसवीर सिंह, सिगरा के रहने वाले मनोज कुमार, नई सड़क रिजवान अहमद, लंका के संतोष गुप्ता ने बताया कि पटाखे जैसी आवाज करने वाली बाइक ज्यादातर शाम के समय सड़कों पर दौड़ती नजर आती हैं। शहर के कुछ युवा मेन बाजार बाइकर्स महिलाओं व युवतियों के पास से गुजरते हैं जिससे वे घबरा जाती हैं। इन बाइक से कई बार हादसे भी हो चुके हैं। अर्दलीबाजार, कचहरी, नदेसर, सिगरा, नई सड़क, गौदोलिया, लंका मार्ग पर स्कूल क्षेत्रों में कोचिंग क्षेत्रों में विद्यार्थियों के बीच से ये बाइकर्स जान बुझकर तेज आवाज के साथ निकलते हैं.
आई त लिखाई देखकर थानेदार ने किया था सीज
जुलाई 2021 में कचहरी चौराहे पर चेकिंग के दौरान एक बुलेट के पीछे की नंबर प्लेट पर रजिस्ट्रेशन नंबर की जगह आई त लिखाई देखकर थानेदार ने उसे सीज कर दिया। इसके बाद पूरे शहर में बुलेट के खिलाफ अभियान चलाया गया था। ट्रैफिक पुलिस के पास यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों की रोजाना 60-70 शिकायत सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म के माध्यम से पहुंच रही है। जुलाई 2020 में तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक के निर्देश पर बुलेट में साइलेंसर बदलवाकर तेज आवाज निकालने वालों पर ट्रैफिक पुलिस ने अभियान चलाकर 11 बुलेट सीज किया और 28 बुलेट का चालान किया था।
बुलेट से तेज आवाज की शिकायतें आती हैं। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत चालान किया भी जाता है। मॉडिफाइ बुलेट के खिलाफ जल्द अभियान चलाया जाएगा.
प्रबल प्रताप सिंह, डीसीपी टै्रफिक