वाराणसी (ब्यूरो)। जनपद में सिर्फ 30 होटल और 80 अस्पताल के पास ही सिर्फ फायर एनओसी है। यानी 6 सौ से अधिक होटल व दो हजार से अधिक हास्पिटल व नर्सिंग होम बिना फायर एनओसी के ही के संचालित हो रहे हैं। यह चौकाने वाली जानकारी चीफ फायर आफिसर ने दी है। अप्रैल से अगस्त के बीच जी-20 की चार बड़ी बैठकें होनी है। इसी को देखते हुए अग्नि शमन विभाग की ओर से पूरे शहर में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान फायर एनओसी नहीं मिलने पर 150 से अधिक होटल व हास्पिटलों को नोटिस दिया गया है.
बचाव के पर्याप्त उपाय नहीं
दुनिया की सांस्कृतिक राजधानी व वीआईपी शहर होने के नाते आए दिन इंटरनेशनल सेमिनार समेत तमाम बड़े आयोजन हो रहे हैं, जिसमें नामी-गिरामी हस्तियां और विदेशी मेहमान शिरकत करते हैं। अप्रैल से अगस्त जी-20 की चार बड़ी बैठकें भी होंगी। ये नामी-गिरामी हस्तियां और विदेशी मेहमान शहर के विभिन्न होटलों में ठहरेंगे। स्वास्थ्य बिगडऩे पर शहर के हास्पिटल में भर्ती होंगे। ऐसे में शहर के अधिकतर होटलों व अस्पतालों में आग से बचाव के पर्याप्त उपाय नहीं हैं। अग्नि शमन विभाग ने जांच के बाद बिना एनओसी वाले अस्पताल और नर्सिंग होम को नोटिस जारी करते हुए सीएमओ को कार्रवाई के लिए लिखा है.
चलाया जा रहा अभियान
अग्निशमन विभाग ने जिले में होटल, अस्पताल और नर्सिंग होम की इमारतों में अग्निरोधी सुरक्षा उपकरणों की जांच का अभियान चलाया हुआ है। अभियान के तहत अग्निरोधी सुरक्षा उपकरणों की जांच, संसाधन, स्टाफ को उपकरणों का प्रशिक्षण और जागरुक किया गया। विभाग ने एक हफ्ते में जिले के होटलों, अस्पतालों और नर्सिंग होम में आग से बचाव के उपाय और संसाधनों की जांच की है, जिनमें सिर्फ 30 होटल व 80 अस्पताल ही फायर एनओसी वाले पाए गए.
अग्निशमन विभाग की जांच में वाराणसी के सिर्फ 30 होटल व 80 से 100 अस्पतालों के पास ही फायर एनओसी पाया गया है। होटलों को नोटिस भेजा गया है। इसके अलावा अस्पताल व नर्सिंग होम पर कार्रवाई के लिए सीएमओ को लिखा गया है.
आनंद सिंह राजपूत, सीएफओ