वाराणसी (ब्यूरो)। सिगरा की अन्नपूर्णा नगर कालोनी स्थित सेवानिवृत्त रेलकर्मी के फ्लैट का ताला तोड़कर 15 फरवरी को दिनदहाड़े हुई लाखों की चोरी को अंतरराज्यीय गिरोह के बदमाशों ने अंजाम दिया था। पुलिस ने दर्जनों सीसीटीवी कैमरे की फुटेज व बिहार के मोहनिया टोल प्लाजा पर फास्टैग से किए गए भुगतान से मिले मोबाइल नंबर की मदद से गिरोह के चार बदमाशों को बिहार के सुल्तानगंज से गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से एक लाख 88 हजार 300 रुपये, सोने व चांदी के जेवर, चार मोबाइल फोन व घटना में प्रयुक्त इनोवा कार बरामद की गई। पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिए जाने की घोषणा की गई.
गिरफ्तार बदमाशों में शाहगंज कसाई टोला सुल्तानगंज पटना निवासी शाहबान अंसारी, वाकरगंज पीर बोहर पटना निवासी टीपू सुल्तान, न्यू अजीमाबाद कालोनी बहादुरपुर पटना निवासी रियाज व जनता मजदूर कालोनी सीलमपुर वेलकम, दिल्ली निवासी अफजाल अंसारी शामिल हैं। गिरोह का सरगना आलमगंज पटना निवासी कैफी व एक सराफा कारोबारी फरार चल रहे हैं। पटना के राजीव ज्वेलर्स नामक दुकान पर बदमाशों ने कुछ जेवर बेचे थे.
10 मिनट में किया माल पार
प्रयागराज के मूल निवासी विमलेश कुमार कैंट स्टेशन स्थित दावा एवं प्राप्ति अनुभाग में कार्यरत थे। सेवानिवृत्त होने के बाद वह पत्नी रचना श्रीवास्तव के साथ कालोनी के अपार्टमेंट के प्रथम तल पर स्थित फ्लैट लेकर रहते हैं। उनकी पत्नी डीआरएम कार्यालय में नियुक्त हैं। घटना वाले दिन सुबह करीब 11 बजे वह पत्नी को आफिस छोड़कर किसी काम से गोदौलिया चले गए। इसके बाद करीब साढ़े 12 बजे वापस लौट कर देखा तो फ्लैट के मुख्य द्वार का ताला टूटा मिला। जांच करने पर पता चला कि आलमारी में रखे ढाई लाख नकद, सोने की दो चेन, आठ अंगूठी सहित करीब सात लाख रुपये मूल्य के आभूषण गायब थे। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि बदमाश 10 मिनट में चोरी का माला समेटकर निकल गए थे.
ऐसे मिला पहला सुराग
अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय व अपराध संतोष कुमार ङ्क्षसह व डीसीपी काशी आरएस गौतम ने बताया कि कुल पांच बदमाशों ने इस चोरी को अंजाम दिया था। चोरी की सूचना के बाद अपार्टमेंट के मुख्य द्वार पर लगे सीसीटीवी कैमरे से पहला सुराग हाथ लगा। तीन लोग अंदर जाते दिखाई पड़े। इसके बाद विद्यापीठ मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करते पुलिस टीम कैंट स्टेशन पहुंची तो वहां एक कार दिखाई पड़ी, जिसे बदमाशों ने वहां पार्क किया था। हालांकि यहां कार का नंबर स्पष्ट नहीं हुआ। आगे अंधरापुल के पास कार का नंबर सीसीटीवी फुटेज से मिला। यह कार गिरोह का शाहबान अंसारी चला रहा था।
टोल प्लाजा पर मिला मोबाइल नंबर
इसके बाद बिहार के मोहनिया स्थित टोल प्लाजा से संपर्क करने पर पता चला कि इस नंबर की कार के टोल टैक्स का भुगतान फास्टैग से किया गया है। टोल प्लाजा से ही शाहबान अंसारी का मोबाइल नंबर मिला। इसी नंबर की लोकेशन के आधार पर पुलिस बिहार के सुल्तानगंज पहुंची। सुल्तानगंज पुलिस के सहयोग से चार बदमाश गिरफ्तार किए गए.
चार पहिया वाहन से करते थे चोरी
पूछताछ में बदमाशों ने पुलिस को बताया कि उनके गिरोह का सरगना कैफी है। उसके साथ वे लोग चार पहिया वाहन से घूम-घूमकर बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल व दिल्ली में जाकर बंद पड़े मकान व फ्लैट का ताला तोड़कर चोरी करते हैं.
गैंगस्टर एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि बिहार के इस गिरोह को रजिस्टर्ड करने के साथ गिरोह के बदमाशों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। गिरोह के सरगना व सराफा कारोबारी की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं। बदमाशों को कस्टडी रिमांड पर लेकर अग्रिम पूछताछ की जाएगी। कार्रवाई करने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी राजू ङ्क्षसह, विद्यापीठ चौकी प्रभारी अमीर बहादुर ङ्क्षसह, अमित कुमार यादव व युवराज ङ्क्षसह के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम भी शामिल थी.