मीरजापुर: राजगढ़ क्षेत्र के बहिकटवा गांव में गुरुवार को तालाब में डूब रही चार वर्षीय पुत्री को बचाने के चक्कर में मां ने छलांग लगा दिया। उधर से गुजर रहे दादा भी बहू व पोती को डूबता देख कूद पड़े। बहू को तो बचा लिया, लेकिन पोती को नहीं बचा पाए। काफी मशक्कत के बाद पोती को पानी से निकाला गया। स्वजन ने पुलिस को सूचना दिए बगैर ही बालिका का अंतिम संस्कार कर दिया। बहिकटवा गांव के बृजेश यादव की पत्नी संगीता यादव गुरुवार को घर की पुताई के लिए गांव के तालाब से मिट्टी लेने के लिए अपनी चार वर्षीय पुत्री आर्या यादव को लेकर गई थी। बेटी को तालाब के भीटे पर बैठाकर मिट्टी खोदने लगी। इसी बीच बेटी का पैर फिसल गया और वह तालाब में गिरकर डूबने लगी। जब मिट्टी खोदकर खाली हुई तो पुत्री दिखाई नहीं दी। इसी बीच उनकी नजर तालाब में पुत्री को डूबता देख छलांग लगा दी, लेकिन वह भी डूबने लगी। संयोग था कि उसी समय ससुर रामजी यादव चारा लेकर आ रहे थे। पोती और बहू को डूबता देख तालाब में कूद गए और बहू को बचा लिया, लेकिन पोती आर्या का पता नहीं चल सका।