मीरजापुर : रन्नौपट्टी गांव के मुडवान मजरा में बिजली के टूटकर गिरे एलटी तार की चपेट में आने से मंगलवार सुबह एक किसान की मौत हो गई। हादसे से नाराज ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को बुलाने की मांग को लेकर दस घंटे तक घटनास्थल पर शव पड़े रहने दिया। मौके पर पहुंचे जिगना थाना प्रभारी शैलेश कुमार राय ने लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया तब ग्रामीण दस घंटे बाद शाम पांच बजे शव का पोस्टमार्टम कराने पर राजी हुए. रन्नौपटटी गांव के रहने वाले 48 वर्षीय हरिशंकर गौड़ सुबह सात बजे घर से पांच सौ मीटर दूर खेत की मेड़ से होकर पशुओं के लिए चारा काटने जा रहे थे। मेड़ के दोनों तरफ धान की फसल होने के कारण वहा टूटकर गिरे बिजली के एलटी तार को देख नहीं पाए। करंट की चपेट में आने से उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। छोटे भाई राकेश गौड़ ने बताया कि एक बजे दिन में प्रयागराज जिले के मांडा पावर हाउस के दो विद्युत कर्मी तार जोडऩे पहुंचे तो शव देखकर उनके होश उड़ गए। टूटे एलटी तार जोडऩे के बाद विद्युत कर्मी गांव के बाहर जाने के बाद किसी से खेत में शव होने की सूचना देकर भाग निकले। ग्रामीणों ने खेत में जाकर देखा तो वह हरिशंकर गौड़ का शव था। इसकी सूचना राकेश गौड़ को दी गई वह घटना स्थल पर पहुंचे और शव देखकर अपने भाई हरिशंकर की पहचान की। इस दौरान मौके पर भारी संख्या में जुटे ग्रामीणों ने कहा कि जब तक विद्युत विभाग के अधिकारी यहां नहीं आते तब तक शव खेत में ही पड़ा रहेगा। थाना प्रभारी शैलेश कुमार राय ने बताया कि विद्युत विभाग के अधिकारियों को सूचना दिया गया किंतु शाम पांच बजे तक यहां कोई नहीं पहुंचा। काफी समझाने के बाद स्वजन पोस्टमार्टम कराने पर राजी हुए.