वाराणसी (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश लोक सेवा द्वारा आयोजित सम्मिलित राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारंभिक परीक्षा में रविवार को मात्र 57 प्रतिशत उपस्थिति रही। इस प्रकार करीब आधे अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। एडीएम सिटी गुलाब चंद ने बताया कि दो पाली में परीक्षा के लिए शहर में 80 केंद्र बनाए गए थे। पहली पाली सुबह साढ़े नौ और द्वितीय पाली दिन में ढाई बजे से शुरू हुई। परीक्षा के लिए 38172 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इसमें से 21906 उपस्थित रहे। परीक्षा से 16266 ने परीक्षा छोड़ दी। परीक्षा पूरी तरह शांतिपूर्ण रही। परीक्षा छूटने के दौरान जरूर सड़कों पर जाम की स्थिति रही। इधर बीच जिले में परीक्षा की सुचिता बरकरार रखने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से 29 सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती करते हुए परीक्षा की निगरानी कराई गई। वहीं कई सेंटर पर छात्रों का अपना अनुक्रमांक और अपनी सीटिंग को ढूंढने में परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने परीक्षा केंद्रों जेपी मेहता कालेज से लेकर तुलसी निकेतन की पड़ताल की.
छांव की तलाश में स्टूडेंट्स
तेज धूप के कारण शहर के एग्जाम सेंटरों में यूपी पीसीएस की परीक्षा देने के लिए छात्र पहुंचे। शहर के एग्जाम सेंटर जेपी मेहता कालेज में तेज धूप से बचने के लिए सेंटर से बाहर निकलने पर पेड़ की छांव का सहारा लेते हुए देखे गया.
दो सौ मीटर दायरे में बंद रहीं दुकानें
परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए सभी 80 सेंटरों के सापेक्ष जहां 29 सेक्टर मजिस्टे्रट की तैनाती की गई थी, वहीं छात्रों की तलाशी के लिए सेंटर पर यूपी पुलिस के जवानों की भी तैनाती की गई थी। इस दौरान प्रशासन की तरफ से समस्त परीक्षा सेंटर से 200 मीटर की एरिया को कवर करते हुए समस्त प्रकार की दुकानों को बंद रखा गया था। इसके साथ ही एग्जाम सेंटर से लेकर इलेक्ट्रानिक उपकरण से लेकर मोबाइल को बैन करके रखा गया था.
जनरल स्टडी के पेपर ने उलझाया
लोक सेवा आयोग की तरफ से प्रारम्भिक परीक्षा में दो पेपर का था। पहला पेपर जनरल स्टडी का जोकि सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर के 11.30 बजे तक था। साथ ही सीसैट का पेपर दोपहर 2.30 से लेकर शाम के 4.30 तक आयोजित की गई। इस दौरान बातचीत में छात्रों ने अपने क्वेश्चन पेपर में जनरल स्टडी के पेपर को औसत पेपर से ज्यादा हार्ड बताया। छात्रों का कहना था कि लोक सेवा आयोग की तरफ से जनरल स्टडी में इतिहास और भूगोल के साथ ही जनरल नालेज के प्रश्न को ज्यादा हार्ड रखा गया था। द्वितीय प्रश्न पत्र में छात्रों का कहना था कि मैथ और रीजनिंग के क्वेश्चन को एसएससी के लेवल का रखा गया था। इस कारण छात्रों को क्वेश्चन को अटेंड करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.