वाराणसी (ब्यूरो)। नक्शों की पेंडेंसी खत्म करने में वाराणसी विकास प्राधिकरण का कोई जवाब नहीं। दो साल पहले पोर्टल की खामियों के चलते करीब ढाई सौ नक्शे पेंडिंग पड़े थे। धीरे-धीरे वीडीए ने पोर्टल के कई प्रॉब्लम को साल्व किया। इसके बाद नक्शों की पेंडेंसी भी कम हुई, जोकि घटकर करीब 60 के आसपास है। इनमें 10 बड़े प्रोजेक्ट के हैं तो 50 करीब छोटे प्रोजेक्ट शामिल हैं। विडंबना यह है कि पोर्टल की गड़बडिय़ों के चलते पिछले तीन साल में सिर्फ तीन ग्रुप हाउसिंग कंपनियों का नक्शा पास हुआ है। पाइपलाइन में करीब दस नक्शा है। नक्शा पास न होने से हजारों करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट रुका पड़ा है.
लेटेस्ट वर्जन लाने की तैयारी
पोर्टल (आनलाइन बिल्डिंग प्लान एप्रूवल सिस्टम) की टेक्निकल प्राब्लम के चलते नक्शों का निस्तारण करने में वीडीए को काफी जद्दोजहद करना पड़ता था। अधिकारियों के अनुसार, इसका समाधान जल्द ही कर दिया जाएगा, क्योंकि वीडीए पोर्टल का लेटेस्ट वर्जन लाने की तैयारी में है। वहीं वीडीए के ऑनलाइल पोर्टल में नक्शा दाखिल करने के बाद कोई कमी नजर आती है तो नक्शा फिर से दाखिल करने पर एनओसी मांगता है। जितनी बार बिल्डिंग का प्लान बदलेंगे उतनी बार पोर्टल पर एनओसी डाउनलोड करना पड़ता है। पोर्टल की खामियों के चलते नक्शों की पेंडेंसी बढ़ता गई। विभाग ने जब पोर्टल की कमियों को दूर करना शुरू किया तो नक्शा पास होना शुरू हुआ.
16 प्रकार की एनओसी
वीडीए के पोर्टल पर नक्शा दाखिल करने के लिए 16 प्रकार की एनओसी को डाउनलोड करना पड़ता है। इनमें नगर निगम, जलकल फायर विभाग समेत 16 विभागों से एनओसी लेना पड़ता है। इनमें से एक भी एनओसी नहीं है तो पोर्टल स्वीकार ही नहीं करेगा। जब तक एनओसी नहीं डाउनलोड करेंगे, पोर्टल नक्शा को स्वीकार ही नहीं करेगा। इस समस्या से शहर के बिल्डर और मकान बनाने वाले लोग परेशान हैं.
पोर्टल में पार्किंग नाम्र्स अपडेट नहीं
पोर्टल में काफी संशोधन करने के बाद बहुत सारी कमियां अभी भी हंै। इसके चलते नक्शों की पेंडेंसी बनी हुई है। इन समस्याओं को दूर कर दिया जाए तो थोड़ा बहुत जो पेंडेंसी है वह भी खत्म हो जाएगी। पोर्टल में पार्किंग के नाम्र्स अपडेट नहीं हैं। छह मीटर हाइट के बाद बालकनी निकाल सकते हैं। इसका भी प्राविधान है, लेकिन पोर्टल नहीं ले रहा.
बहुत सारी कमियों को नजरअंदाज कर नक्शा को पास किया जा रहा है। पोर्टल में जो कमियां हैैं, वह भी जल्द दूर हो जाएगी। पोर्टल का लेटेस्ट वर्जन जल्द आने वाला है.
मनोज कुमार, टाउन प्लानर, वीडीए