लंबी लगी लाइन
रविवार को पड़ी शिवरात्री के मौके पर शनिवार की रात से ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतार लग चुकी थी। चौक, बांसफाटक, नीचीबाग, गोदौलिया समेत विश्वनाथ मंदिर जाने वाले हर रास्ते पर भक्तों को हुजूम दिख रहा था। ज्ञानवापी छत्ताद्वार से मंदिर में प्रवेश दिया गया जबकि निकासी सरस्वती फाटक व ढुंढीराज गणेश गेट की गई। पूरी रात कतार में लगे भक्तों को रविवार की भोर में चार बजे मंदिर खुलने के साथ ही बाबा का दर्शन नसीब हुआ। सुबह तक जहां भक्तों की कतार चौक होते हुए नीचीबाग तक थी वहीं दोपहर होते होते ये लाइन गोदौलिया क्रास करते हुए लक्सा पीडीआर माल तक पहुंच गई जबकि मैदागिन की ओर लगी लाइन को गोलघर की ओर टर्न कर दिया गया।
पलट प्रवाह ने बढ़ाई भीड़
हर साल शिवरात्री के मौके पर श्री काशी विश्वनाथ में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की संख्या तीन से साढ़े तीन लाख रहती थी लेकिन इस साल इलाहाबाद में लगे कुंभ के चलते ये संख्या पांच लाख पार कर गई। ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक रविवार को सिटी में लगभग 30 लाख लोग आए जिनमे से पांच से छह लाख लोगों ने बाबा दरबार में मत्था टेका। भारी भीड़ के चलते प्रशासन और पुलिस दोनों ने सुरक्षा के तगड़े इंतजाम कर रखे थे। सिटी के पांच इलाकों में बनाए गए वाच टावर पर पूरा दिन पुलिस के जवान दूरबीन और हाईटेक वेपेन के साथ मुस्तैद रहे। वहीं मंदिर से कनेक्ट होने वाली हर सड़क पर आरएएफ, पीएसी के जवान तैनात रहे।
एडीजी ने खुद संभाला मोर्चा
शिवरात्री के मौके पर आईबी की ओर से जारी हुए अलर्ट के बाद एडीजी सिक्योरिटी रजनीकांत मिश्र ने खुद सुरक्षा की कमान संभाली। दोपहर में आईबी ने देश के 16 मुख्य मंदिरों को अलर्ट जारी किया था। जिसके बाद बनारस में हाई अलर्ट जारी हो गया। अलर्ट के जारी होते ही एडीजी सिक्योरिटी, आईजी जीएल मीणा खुद सड़क पर उतर आये। इस दौरान एडीजी ने पैदल ही गोदौलिया से चौक तक सुरक्षा का जायजा लिया। इस दौरान लाइन में लगे भक्तों ने दुव्र्यवस्था को लेकर एडीजी से शिकायत भी की। शिकायतों से बाद छत्ताद्वार पर एडीजी ने खुद मोर्चा संभाला और बैरिकेडिंग में कतारबद्ध भक्तों को टैकेल किया।
औधड़दानी की बारात में झूमे भक्त
शिवरात्री के मौके पर रविवार को शहर भर में शिव बारातों का आयोजन किया गया। देर शाम महामृत्युंजय मंदिर से लाग विमान, भूत प्रेत और बाबा के भव्य शिवलिंग के साथ बारात निकली जो ढेड़सी के पुल पर पहुंच खत्म हुई। बारात देखने और उसमे शामिल होने के लिए भक्तों की भारी भीड़ रही। इसके अलावा महाशिवरात्री शिव बारात की ओर से शाम को कुटी व्यायामशाला नई बस्ती लक्सा से भी शिव बरात निकाली गई। बड़े बड़े रथों, ट्रालियों पर भव्य लाग विमान के अलावा बैंड बाजे की धुन पर शिव भक्त जमकर झूमे। वहीं बारात में शामिल लोगों ने जमकर अबीर गुलाल से होली भी खेली। न्यू शिव गंग क्लब की ओर से भव्य शिव बारात का आयोजन हुआ।
छत्ताद्वार पर अधिकारी को रोका तो हुई बमचक
सब कुछ शांति से चल ही रहा था कि दोपहर बाद जिले के सभी अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। दरअसल सीआरपीएफ के कुछ अधिकारी विश्वनाथ मंदिर छत्ताद्वार से मंदिर में दर्शन को प्रवेश कर रहे थे। एक अधिकारी तो अंदर चले गए लेकिन वहां तैनात दरोगा ने एक अन्य अधिकारी को अंदर जाने से रोक दिया। इस बात को लेकर अधिकारी का इगो क्लैश कर गया और उसने बमचक मचाना शुरू कर दिया। अधिकारी का रोके जाने की सूचना पर मौके पर सीआरपीएफ के जवान भी पहुंच गए और लोकल पुलिस और सीआरपीएफ आमने सामने आ गई। इसी बीच सूचना पर मौके पर आईजी, डीआईजी समेत अन्य अधिकारी पहुंचे और मामले को समझा बुझा कर शांत किया।
नागा साधुओं ने किया दर्शन पूजन
शिवरात्री के मौके पर बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने जाने वाले नागा साधुओं से सिटी की हर सड़क पटी रही। सुबह दो प्रमुख अखाड़ों के हजारों नागा साधुओं ने हरिश्चन्द्र घाट से विशाल जुलूस निकाला। इस जुलूस में अस्त्र शस्त्र के साथ साधुओं ने छत्ताद्वार से एंट्री ली और दर्शन पूजन किया। इसके बाद एक अन्य अखाड़े को दर्शन के लिए प्रशासन ने दोपहर तीन बजे का वक्त दिया। जिसपर नागा तैयार नहीं हुए और हनुमान घाट के पास रोड पर बैठ गए। काफी देर चले हंगामे के बाद इनको प्रशासन ने एक बजे के दर्शन का टाइम दिया तब जाकर बवाल शांत हुआ। प्रशासन ने हालांकि नागा साधुओं के लिए सुबह सात से 11 का वक्त दर्शन के लिए फिक्स कर रखा था। बावजूद इसके पूरा दिन नागाओं का आने का क्रम जारी रहा। ग्रुप में आये साधुओं को दर्शन के दौरान कतार में लगे भक्तों को मंदिर में जाने से रोक दिया गया। जिसके चलते दो से तीन घंटे तक लोगों को लाइन में ही खड़े रहना पड़ा।
हर शिवालय में उमड़ी भीड़
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा सिटी के सभी शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। केदारेश्वर, महामृत्युंजय, कृति वासेश्वर, बैजनत्था, शूलटंकेश्वर, मार्कण्डे महादेव, रामेश्वर महादेव समेत छोटे शिवालयों में भी भारी भीड़ उमड़ी। इसके अलावा बीएचयू स्थित नये काशी विश्वनाथ मंदिर में भी एक लाख से ज्यादा भक्तों ने मत्था टेका।
शिवसैनिक हुए गिरफ्तार
हर साल की तरह इस साल भी ज्ञानवापी में स्थित श्रृंगार गौरी का दर्शन पूजन व जलाभिषेक करने जा रहे शिवसैनिकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। भोजूबीर चौराहे, पाण्डेयपुर व कज्जाकपुरा में हुई गिरफ्तारियों के बाद पुलिस ने सभी शिवसैनिकों को पुलिस लाइन भेज दिया गया। इसके अलावा शिवरात्री के मौके पर शहर में कई अन्य आयोजन भी हुए। श्री कृष्ण उत्सव सेवा समिति की ओर से सुबह से शाम तक लंगर फलहारी लंगर का आयोजन आसभैरव पर किया गया। श्री बाबा अमरनाथ सेवा समिति की ओर से भी गोविन्दपुरा चौक में फलहारी भण्डारे का आयोजन हुआ। श्री सतुआ बाबा आश्रम की ओर से शिवरात्री के मौके पर फलाहार भण्डारे का आयोजन हुआ। लायन्स क्लब, जेसीआई काशी शिवा व शिवसेना की ओर से सहायता शिविर का आयोजन किया गया।