वाराणसी (ब्यूरो)। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में कुछ ही अवसर ऐसे होते हैं जब गर्भगृह में ज्योतिलिंग के नहीं, बल्कि स्वरूप के दर्शन होते हैं। सावन के प्रत्येक सोमवार को यह अवसर मिलेगा। इस बार अधिक सावन के चलते आठ सोमवार पर बाबा आठ अलग-अलग रूपों में दर्शन देंगे। प्रथम सोमवार, 10 जुलाई को गर्भगृह में काशी विश्वनाथ शिव स्वरूप में दर्शन देंगे। दूसरा सोमवार 17 जुलाई को गौरी-शंकर स्वरूप में दर्शन होंगे। तीसरा सोमवार 24 जुलाई को अमृत वर्षा और चौथे सोमवार 31 जुलाई को भागीरथी श्रृंगार में दर्शन देंगे। पांचवां सोमवार सात अगस्त को तपस्यारत पार्वती श्रृंगार, छठें सोमवार 14 अगस्त को शंकर पार्वती गणेश श्रृंगार, सातवां सोमवार 21 अगस्त को अर्धनारीश्वर श्रृंगार एवं आठवां व अंतिम सोमवार 28 अगस्त को रुद्राक्ष से सजे बाबा के दर्शन प्राप्त होंगे। इस बीच दो तिथियों पर भी बाबा का विशेष श्रृंगार होगा। इसमें एक अगस्त को मासिक पूर्णिमा श्रृंगार और 31 अगस्त को वार्षिक झूला श्रृंगार के दिव्य दर्शन शिवभक्तों को मिलेगा। काशी के पुरनियों का कहना है कि अहिल्याबाई द्वारा 245 वर्ष पूर्व मंदिर का जीर्णोंद्धार कराने के पहले से ही सावन के सोमवार पर बाबा के स्वरूप दर्शन की परंपरा रही है.