वाराणसी (ब्यूरो)। कोलकाता से रवाना हुआ लग्जरी क्रूज एमवी राजमहल ने मंगलवार को विदेशी मेहमानों के साथ वाराणसी जिले की सीमा में प्रवेश किया। क्रूज पर सवार पर्यटकों ने कैथी मार्केंडय महादेव मंदिर की भव्यता निहारी और आसपास पर्यटन क्षेत्र के साथ गंगा-गोमती के संगम का अवलोकन किया। एमवी राजमहल शाम को राजघाट पर पहुंचकर लंगर भी डाल लिया। 32 विदेशी पर्यटकों को लेकर आया जलयान सैलानियों को काशी के धरोहरों के अलावा मिर्जापुर के पर्यटन स्थलों की सैर कराएगा। आधुनिक संसाधनों से लैस इस क्रूज पर जर्मनी, यूएसए और ब्रिटेन के यात्री सवार हैं.
कोलकाता से 14 दिन में पहुंचा काशी
छह अगस्त को यह क्रूज कोलकाता से निकला था। फरक्का और पटना होते हुए 14 दिन बाद वाराणसी पहुंचा। 23 अगस्त को काशी भ्रमण के बाद मिर्जापुर के चुनार जाएगा। वाराणसी वापसी के बाद 32 विदेशी पर्यटक विमान से अपने-अपने देश लौट जाएंगे। इसके बाद दूसरा दल दिल्ली से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेगा और सड़क मार्ग से रविदास घाट पर खड़े एमवी राजमहल पर सवार होगा। एमवी राजमहल 32 पर्यटकों को लेकर छह अगस्त को कोलकाता से रवाना हुआ था.
क्रूज पर सांस्कृतिक कार्यक्रम
पर्यटकों के मनोरंजन के लिए 25 अगस्त को क्रूज पर विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। 26 अगस्त को पर्यटक चुनार भ्रमण पर जाएंगे। मिर्जापुर के ऐतिहासिक, धार्मिक स्थलों को देखने के बाद पर्यटक वाराणसी लौट आएंगे। इसके बाद 27 अगस्त को सारनाथ बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली का भ्रमण करेंगे। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण वाराणसी कार्यालय के प्रभारी आरसी पांडेय ने कहा कि एमवी राजमहल वाराणसी पहुंच गया है। इसमें सवार पर्यटक वापस लौट जाएंगे, जबकि दूसरा दल 24 अगस्त को क्रूज पर सवार होगा। जलमार्ग संख्या में जल परिवहन को बढ़ावा दिया जा रहा है, इसके तहत सितंबर माह में इसमें तेजी आएगी.
29 अगस्त को कोलकाता रवाना होगा
क्रूज 29 अगस्त को वाराणसी से कोलकाता रवाना होगा। असोम बंगाल नेविगेशन कंपनी के क्रूज पर पर्यटकों के लिए राजशाही इंतजाम किए गए हैं। क्रूज वाराणसी से गाजीपुर, फरक्का, साहिबगंज, कहलगांव, पटना होते हुए कोलकाता पहुंचेगा। क्रूज पर सवार पर्यटक रास्ते में पडऩे वाले प्रमुख धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेंगे।