वाराणसी (ब्यूरो)। लोकतंत्र के उत्सव में कल एक जून को देश की पॉवरफुल सीट वाराणसी में वोटिंग होगी। 4 जून को जिस दिलचस्पी के साथ लोग काउंटिंग के उतार-चढ़ाव को जानने को उत्सुक होंगे, उतनी ही बेसब्री पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के परिणाम जानने में होगी। काशी की गलियों के साथ चट्टी, चौराहों और चाय अडिय़ों पर सिर्फ एक ही चर्चा हो रही है कि वाराणसी सीट पर कितनी बड़ी जीत होगी। भाजपा ने प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को दस लाख वोट दिलाने का लक्ष्य लिया है। उधर, कांग्रेस-सपा गठबंधन ने प्रत्याशी अजय राय के लिए बड़ी लाइन खींचने की रणनीति पर काम किया है। इसके लिए खासकर भाजपा, कांग्रेस व सपा के दिग्गज नेताओं ने गुरुवार सुबह से शाम छह बजे तक पूरे शहर को मथ दिया।
बीजेपी: मतदान का रिकॉर्ड बनाएगी काशी
लोकसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विश्वनाथ धाम में हाजिरी लगाई और पीएम नरेंद्र मोदी की जीत के लिए प्रार्थना की। शहर छोडऩे से पहले अमित शाह ने भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया और कहा कि जीत इतनी बड़ी होनी चाहिए, जिसे भविष्य में कोई तोड़ नहीं सके। अभी तक काशी की जनता ने अपने निर्णय से पूरे देश को चौकाया है, उम्मीद है कि आगे भी ऐसा ही देखने को मिलेगा। अमित शाह के अलावा दिग्गज नेता सुनील बंसल, सीआर पाटिल, पीयूष गोयल, केशव मौर्या, राकेश सचान, माधवी लता, नितिन अग्रवाल, डॉ। कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, रामचंद्र प्रधान, मोहन यादव, देवेंद्र फडनवीस, गिरिश यादव समेत कई स्टार प्रचारकों ने डोर-टू-डोर जनसंपर्क किया और रिकॉर्ड मतदान की अपील की।
इंडी गठबंधन: परिवर्तन का दिलाया संकल्प
कांग्रेस और सपा के दिग्गज नेताओं के इंडी गठबंणन के सभी कार्यकर्ताओं ने अंतिम दिन जमकर प्रचार किया। कचहरी में अधिवक्ताओं से जनसंपर्क किया गया। इसके अलावा रामापुरा, रेवड़ी, भेलूपुर, भदैनी, अस्सी होते हुए जगन्नाथ मंदिर तक जनता से संवाद किया। इसके अलावा सलमान खुर्शीद, पीएल पुनिया, अविनाथ पांडेय, प्रमोद तिवारी, सुरेंद्र पटेल, रामआसरे विश्वकर्मा समेत स्टार प्रचारकों ने शहर में गली-मुहल्लों में शाम छह बजे तक जमकर प्रचार किया। सभी ने प्रचार के दौरान परिवर्तन का संकल्प दिलाकर काशी के सुनियोजित विकास की बात कही।
चाय की अड़ी पर लगी चौपाल
अस्सी स्थित पप्पू की अड़ी पर सुबह से रात तक सिर्फ चुनाव की चर्चा होती रही। हर कोई अपने-अपने आंकड़ों के हिसाब से वाराणसी में जीत का दावा कर रहा था। चाय की चुस्की के साथ महेश पांडेय ने कहा कि यहां कौन जीतेगा, यह सभी जानते हैं, लेकिन लड़ाई वोट की है। जनसंपर्क के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के सदस्य डॉ। कृष्णा मुरारी विश्वकर्मा सारनाथ के पैगम्बरपुर पहुंचे। जहां माधो चाय की दुकान पर चुनाव को लेकर चर्चा चल रही थी। सबकी जुबान पर एक ही सवाल था कि इस बार जीत बड़ी होगी। डॉ। कृष्णा मुरारी ने कहा कि बनारस में विकास और विरासत का संगम दिखता है। शहर के सारनाथ पैगम्बरपुर, मवईयां, सुंदरपुर, मड़ौली, हुकुलगंज, राजातालाब, महमूरगंज, लोहता समेत विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक बैठक के साथ चौपाल लगाई। चाय की अडिय़ों पर नहीं, बल्कि गंगा घाट, बाजार, मंडी, शोरूम, स्टोर समेत सभी जगहों पर सिर्फ चुनावी चर्चा ही हो रही है.
सभी 5 विधानसभाओं पर भाजपा
वाराणसी संसदीय क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र हैं। कैंट, उत्तरी और दक्षिणी शहरी क्षेत्र हैं तो रोहनिया व सेवापुरी ग्रामीण क्षेत्र हैं। सभी पर भाजपा के विधायक हैं।
10 लाख के अंतर से जीत की चुनौती
2014 में मोदी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अरविंद केजरीवाल से 3,71,784 वोट ज्यादा पाए थे। जबकि 2019 में नमो ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा की शालिनी यादव को 4,79,505 वोटों से शिकस्त दी थी। शालिनी अब भाजपा में हैं। भाजपा के दिग्गज नेताओं ने इस बार मतदाताओं को जीत का अंतर बढ़ाकर 10 लाख करने का लक्ष्य दिया है। जीत का यह आंकड़ा पाने के लिए मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर है। इसके लिए केंद्रीय मंत्रियों से प्रदेश के मंत्रियों ने सामाजिक, स्वयंसेवी और जागरूक समूहों के साथ जोरदार बैठकें कीं। यहां यह भी जानना जरूरी है कि 2014 में वाराणी में 58.20 परसेंट वोटिंग हुई थी। जबकि 2019 में 59.62 परसेंट वोटिंग हुई थी।
काशी का रिजल्ट हर कोई जनता है। इस पर कोई बहस नहीं हो रही है। भाजपा का हर कार्यकर्ता इतिहास रचने के काम में जुटा है। काशी की जनता ने इस बार पीएम नरेंद्र मोदी को रिकॉर्ड मतों से जिताने का मन बना लिया है। एक जून को मतदान प्रतिशत बता देगा कि हमारी जीत कितनी बड़ी है।
दिलीप पटेल, अध्यक्ष काशी क्षेत्र भाजपा
कांग्रेस-सपा गठबंधन के प्रत्याशी के प्रति जनता का स्नेह व प्यार साफ नजर आ रहा है। महंगाई, आरक्षण व वैक्सीन को लेकर जनता में जबर्दस्त नाराजगी दिख रही है। काशी की जनता ने बदलाव का मूड बनाया गया है। एक जून को रिकॉर्ड मतदान होगा।
सुजीत यादव, जिलाध्यक्ष सपा
लोकसभा चुनाव 2019 का रिजल्ट
कैंडिडेट ----------- वोट ------------- वोट शेयर
नरेंद्र मोदी, भाजपा ---- 6,74,664 --------- 63.62त्न
शालिनी यादव, सपा --- 1,95,159 --------- 18.4त्न
लोकसभा चुनाव 2014 का रिजल्ट
कैंडिडेट ----------- वोट ------------- वोट शेयर
नरेंद्र मोदी, भाजपा ---- 5,81,022 --------- 56.37त्न
अरविंद केजरीवाल, आप- 2,09,238 --------- 20.30त्न