वाराणसी (ब्यूरो)। वसंत कन्या महाविद्यालय में इंटरनेशनल क्वालिटी एस्यूरेंस सेल (आईक्यूएसी) की ओर से लेेक्चर आर्गनाइज्ड किया गया। पर्यावरण और ग्लोबल वार्मिंग पर आधारित इस लेक्चर के सभा के मुख्य वक्ता यूएसए में शिक्षक अशोक ओझा रहे। कार्यक्रम के शुरुआत में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थिति अशोक ओझा और विशिष्ट अतिथि यूजीसी, एचआरडीसी-बीएचयू में निदेशक डॉ। आनन्द वर्धन शर्मा को पुस्तक एवं पौधा देकर सम्मानित किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो। रचना श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत में प्रकृति की पूजा की जाती है और हर एक पूजा के पीछे कोई न कोई वैज्ञानिक कारण होता है्। वहीं अशोक ओझा ने कहा कि कोई भी शिक्षा सार्थक तभी हो सकती है जब वह समाज के सभी पहलुओं से जुड़ी हो। हमें आज की समस्याओं और चुनौतियों का ज्ञान होगा तभी हम उनके समाधान निकाल पाएंगे। गांव और शहर की समस्याएं अलग-अलग है्। इसलिए उन्हें अलग-अलग तरीके से सुलझाना होगा।
समझदारी से पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोक सकते है
उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर मनुष्य आधुनिक संसाधनों का प्रयोग कर रहा है। जो भविष्य को खतरे में डाल रहा है। हम कम साधनों में भी समझदारी से पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोक सकते है। विशिष्ट अतिथि डॉ। आनन्द वर्धन ने ऐसे बहुत से उदाहरण दिए जिनमें लोगों ने पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दिया है और आज एक मिसाल कायम कर रहे हैं। हमें उनसे सीखना चाहिए। धन्यवाद ज्ञापन डॉ। शुभ्रा सिन्हा व कार्यक्रम का संचालन आईक्यूएसी को-आर्डिनेटर प्रो। इन्दू उपाध्याय ने किया। इस दौरान महाविद्यालय के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्राएंं उपस्थित रहीं.