वाराणसी (ब्यूरो)बनारस आने वाले टूरिस्ट्स के लिए गुड न्यूज हैकाशी के मंदिर, पर्यटक स्थलों में भ्रमण करना और आसान होगामंदिरों की हिस्ट्री भी आसानी से जान सकेंगेबस मंदिर के बाहर लगे क्यूआर कोड को आपको स्कैन करना होगास्कैन करते ही मोबाइल पर आपकी चाही गई भाषा में मंदिर की जानकारी आ जाएगीयह जानकारी पांच भाषा में होगीटूरिस्ट अपने लैंग्वेज के अनुसार भाषा का चयन कर मंदिर के इतिहास के बारे में आसानी से जान सकेंगेयह फैसिलिटीज जल्द ही टूरिज्म डिपार्टमेंट शुरू करने जा रहा हैसिटी में टूरिस्ट फ्लो को देखते हुए टूरिज्म डिपार्टमेंट ने यह प्लान बनाया हैशुरुआत में पंचक्रोशी मार्ग में पडऩे वाले 500 मंदिरों में बार कोड लगाया जाएगाघाट और मंदिरों में शहर में पर्यटक अधिक समय गुजारें, इसके लिए यहां पर्यटन सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं.

मंदिरों में घुमना होगा आसान

काशी देश की आध्यात्मिक ही नहीं सांस्कृतिक राजधानी भी हैविश्वनाथ धाम बनने के बाद टूरिस्टों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ हैटूरिस्ट काशी आने के बाद सबसे पहले विश्वनाथ धाम और बाबा कालभैरव धाम जाते हैंइन मंदिरों के बारे में भी जानने की कोशिश करते हैं, लेकिन इसकी जानकारी बहुत लोगों के पास न होने की वजह से मंदिरों के इतिहास बारे में नहीं जान पाते हैंयह बात जब पता चली तो विभाग टूरिस्टों की समस्या को दूर करने में जुट गया.

500 मंदिरों के बाहर लगेंगे स्कैनर

टूरिज्म डिपार्टमेंट के अधिकारियों की मानें तो मंदिरों और धरोहरों की जानकारी देने के लिए टूरिज्म डिपार्टमेंट ने सारी तैयारी कर ली हैसर्वे कराने के बाद 500 मंदिरों की जानकारी से संबंधित इतिहास को ऑनलाइन करने के बाद उन्हें क्यूआर कोड से लैस किया जाएगा

पांच लैंग्वेज में होगी जानकारी

टूरिज्म डिपार्टमेंट ने टूरिस्ट्स की सहूलियत के लिए बार कोड स्कैन में पांच लैंग्वेज को जोड़ा हैइसमें शुरुआत में हिंदी, इंग्लिश और तमिल भाषा की फैसिलिटी होगीइसके बाद दो लैंग्वेज और एड की जाएंगीसिटी में सबसे अधिक हिंदी, इंग्लिश भाषी टूरिस्ट आते हैंविश्वनाथ धाम बनने के बाद डोमेस्टिक टूरिस्टों में सबसे अधिक साउथ के लोगों की संख्या बढ़ी हैइसको देखते हुए तीन लैंग्वेज को सबसे पहले जोड़ा जाएगाटूरिस्ट अपनी जरूरत के अनुसार भाषा को चुन सकता है.

प्रमुख मंदिर व धरोहर

-काशी विश्वनाथ धाम

-बीएचयू विश्वनाथ मंदिर

-बाबा कालभैरव

-सारनाथ

-दुर्गाकुंड मंदिर

-मान मंदिर

-तुलसी मानस मंदिर

-नमो घाट

-स्वर्वेद मंदिर

-संकट मोचन मंदिर

-रामनगर किला

-भारत माता

-मार्कंडेय महादेव

ऐसे करें स्कैन

बार कोड पर स्कैन करते ही टंग ऑप्शन आएगाइस ऑप्शन में लैंग्ेवज पूछेगाअपनी जरूरत के अनुसार टूरिस्ट को अपनी लैंग्वेज चुनकर उस पर क्लिक करना होगाइसके बाद सारी जानकारी सामने आ जाएगी.

टूरिस्टों की सहूलियत के लिए सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं, ताकि वह अधिक से अधिक समय काशी में गुजारें.

आरके रावत, डिप्टी डायरेक्टर टूरिज्म