वाराणसी (ब्यूरो)आईआईटी बीएचयू कैंपस में बुधवार की देर रात छात्रा के साथ शर्मसार कर देने वाली घटना ने एक बार फिर सनसनी फैला दी हैबुलेट सवार तीन युवकों ने दोस्त के साथ जा रही छात्रा को रोकागन पॉइंट पर छात्रा और दोस्त को अलग कियाइसके बाद जबरन किस कियाउसके कपड़े उतरवाएकरीब 15 मिनट तक अश्लीलता की सारी हदें पार कर दींवीडियो भी बनायाआरोप है कि बुलेट सवार युवकों ने रेप का प्रयास कियासुबह जैसे ही शर्मसार करने वाली घटना की खबर कैंपस में फैली तो छात्रों में आक्रोश भड़क गयाघटना के विरोध में गुस्साए करीब तीन हजार छात्रों ने जमकर प्रोटेस्ट कियाइस दौरान छात्रों और पुलिस में कई बार नोकझोंक भी हुईछात्रों ने पुलिस पर धमकाने का आरोप भी लगायाउधर, पुलिस ने तीन अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया हैसीसीटीवी फुटेज के आधार पर उनकी पहचान की जा रही हैछात्रों के आक्रोश को देखते हुए डीसीपी काशी ने लंका थाना प्रभारी को लाइन हाजिर और बीएचयू चौकी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है.

जो मन में आया, मेरे साथ किया

छात्रा ने बताया कि बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे मैं अपने हॉस्टल से वॉक के लिए निकलीवॉक करते-करते जब गांधी स्मृति हॉस्टल के पास पहुंची तो एक दोस्त मिल गयाहम साथ वॉक करने लगेहम कर्बन बाबा मंदिर के करीब 300-400 मीटर दूर ही थे कि पीछे से एक बुलेट आईउस पर तीन लोग बैठे हुए थेउन्होंने हमारे पास बुलेट रोक दी और उतर गएगन पॉइंट पर हम दोनों को अलग कर दियाउनमें से एक लड़के ने हाथ से मेरा मुंह बंद कर दिया और मुझे एक कोने में ले गएजबरदस्ती मुझे किस किया और मेरे सारे कपड़े निकालकर फोटो और वीडियो बनाने लगेमैंने विरोध किया, शोर मचाया तो उन्होंने धमकी दीकहा कि तुम्हें जान से मार देंगेकरीब 15 मिनट अश्लील हरकत करते रहेफिर पता नहीं उनके दिमाग में क्या आयाउन्होंने मुझे छोड़ दिया

एक मोटा, दूसरा पतला और तीसरा मीडियम हाइट का था

घटना के बाद डरी सहमी मैं अपने हॉस्टल की ओर भागी तो पीछे से बाइक की आवाज आने लगीडर के मारे एक प्रोफेसर के आवास में घुस गईवहां पर 20 मिनट तक रुकी और प्रोफेसर को आवाज दीप्रोफेसर ने मुझे गेट तक छोड़ाउसके बाद पार्लियामेंट सिक्योरिटी कमेटी के राहुल राठौर मुझे आईआईटी-बीएचयू पेट्रोलिंग गार्ड के पास लेकर पहुंचे, जहां से मैं अपने हॉस्टल तक सुरक्षित आ पाईतीनों आरोपियों में से एक मोटा, दूसरा पतला और तीसरा मीडियम हाइट का था.

सिक्योरिटी को लेकर विवि सजग

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की चीफ प्रॉक्टर एसपी सिंह ने कहा कि जहां घटना घटी, वो फार्म साइड का एक वीराना इलाका हैवहां सीसीटीवी कैमरा नहीं लगे हैंकैंपस में हर जगह कैमरा लगाना पॉसिबल नहीं हैस्टूडेंट्स की सिक्योरिटी को लेकर विश्वविद्यालय सजग है और समय-समय पर कई कदम उठाता रहता हैजगह-जगह सीसीटीवी लगवाए गए हैंग्राउंड पेट्रोलिंग टीम 24 घंटे निगरानी रखती हैउन्हें फोर और टू व्हीलर भी अलॉट किए गए हैंहॉस्टल गाड्र्स को गेट के बाहर खड़े रहने के निर्देश हैंडार्क जोन्स को समय-समय पर आइडेंटिफाई कराया जाता हैहॉस्पिटल में भी संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखी जाती हैटाइम टू टाइम निरीक्षण किया जाता हैडार्क स्पॉट या लूपहोल मिलने पर उसे सही करने की ओर कदम भी उठाए जाते हैंयूनिवर्सिटी डायरेक्टर ने 10 स्टूडेंट रिप्रेसेंटेटिव्स से बात की हैस्टूडेंट्स ने सिक्योरिटी को लेकर अपने सुझाव रखे हैंउनकी मांगों पर विचार किया जा रहा है

रात 10 से सुबह 5 बजे तक कैंपस में नो एंट्री

स्टूडेंट्स के प्रोटेस्ट के बाद आईआईटी बीएचयू के डॉयरेक्टर ऑफिस से सर्कुलर जारी किया गया हैइसमें कहा गया है कि कर्मचारियों और छात्रों के लिए परिसर में सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए संस्थान में सभी बैरिकेड्स अब रात 10 से सुबह 5 बजे तक बंद रहेंगेपोस्ट पर मौजूद गार्ड वाहनों का परिचय जानकर अंदर आने की अनुमति दे सकता हैइसके अलावा जिनके पास बीएचयू स्टीकर या आईआईटी बीएचयू का स्टीकर या आईडी होगा, उन्हीं को कैंपस में प्रवेश मिलेगायह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू किया जाता है.

कैंपस में कई डार्क स्पॉट्स, सीसीटीवी काम नहीं करते

कैंपस में प्रोटेस्ट कर रहे स्टूडेंट्स का कहना है कि छात्रा की रिपोर्ट तो दर्ज कर ली गई है, मगर पुलिस दोषियों को ढूंढने के बजाय प्रोटेस्ट कर रहे स्टूडेंट्स को मैनेज करने में व्यस्त हैंस्टूडेंट्स ने कहा कि पुलिसवाले धरनास्थल पर आकर उन्हें लगातार धमका रहे हैंकहते हैं कि साल बर्बाद कर देंगेइसके बावजूद स्टूडेंट्स सिक्योरिटी को लेकर अपनी मांगों पर अड़े हैंछात्रों का आरोप है कि कैंपस में आधे से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे काम ही नहीं करतेपैट्रोलिंग गार्ड हैं, हर चौराहे पर पैट्रोलिंग कार रहती हैमगर फिर भी आए दिन छेड़छाड़ और चोरी की घटना होती हैकैंपस में बहुत से ऐसे डार्क स्पॉट्स हैं जहां न तो स्ट्रीट लाइट लगी है और न ही वहां कैमरा हैबाहर के लोगों के लिए कैंपस में आने-जाने को लेकर कोई रेस्ट्रिक्शन नहीं हैपिछले 2 से 3 महीने में छेड़छाड़ का ये तीसरा-चौथा मामला हैकुछ दिन पहले भी कुछ स्टूडेंट्स प्रोक्टर ऑफिस के सामने धरने पर बैठे थे