वाराणसी (ब्यूरो)। पांच दिन पहले लापता साड़ी व्यवसायी महमूद आलम के मामले में बुधवार को कमिश्नरेट पुलिस के खुलासे के बाद लोगों के होश उड़ गए। शादीशुदा महिला के झांसे वाले प्यार में व्यवसायी ऐसा फंसा कि उसकी जान चली गई। बीमा एजेंट बनकर महिला ने साड़ी व्यवसायी से संपर्क साधा। इसके बाद मिलने-जुलने का सिलसिला शुरू हुआ और उसे अपने प्यार में फंसा लिया। मिलने के बहाने व्यवसायी को बीएचयू स्थित विश्वनाथ मंदिर बुलाया और लग्जरी कार में बैठाकर किडनैप कर लिया। इसके बाद उसे लेकर शहर में घूमते रहे। रामनगर और बाबतपुर में उसके एटीएम से 2 लाख रुपये भी निकलवा लिए थे। फिर 20 लाख फिरौती मांगी। पकड़े जाने के डर से महिला ने पति, ससुर व देवर के साथ मिलकर मिर्जापुर के चुनार में उसकी हत्या कर दी। इसके बाद लाश को गंगा पुल के ऊपर से फेंक दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर सभी 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
बीमा एजेंट बनकर बढ़ाई थी नजदीकियां
एडिशनल पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह के अनुसार एक आरोपी प्रवीण पहले शाइन सिटी से जुड़ा था। मगर, कंपनी के भागने के बाद चौक में साड़ी का काम करने लगा। 4 आरोपी एक ही परिवार के हैं, जिसमें महिला अंजली व उसके पति का नाम अनिरुद्ध है। प्रवीण और अनिरुद्ध दोस्त हैं। प्रवीण जब नौकरी छोड़कर चौक पर एक साड़ी की दुकान में काम करने लगा तो महमूद आलम से उसकी दोस्ती हो गई। उसने अमीर समझकर महमूद की किडनैपिंग का प्लान बनाया। उसने अनिरुद्ध को अपने साथ मिलाया। इसके बाद अनिरुद्ध की पत्नी अंजली, पिता और छोटा भाई भी साथ आ गए। योजना के तहत अंजली ने बीमा एजेंट बनकर पहले महमूद से नजदीकियां बढ़ाई.
दालमंडी से महिला ने खरीदा मोबाइल
इसके बाद अंजली और महमूद के बीच फोन कॉल और वॉट्सएप कॉल भी होने लगे। अंजली ने 13 जनवरी को दालमंडी मार्केट से नया फोन खरीदा। 14 जनवरी को अंजली, प्रवीण और अनिरुद्ध कैंट रोडवेज बस स्टैंड पर मिले। इन लोगों ने वहां से एक नया सिम खरीदा। इसके बाद अंजली ने उसी नए नंबर से महमूद को फोन लगाया। बात होने पर महमूद ने अपने बीएचयू में होने की बात कही.
20 से घटकर 8 लाख तय हुई फिरौती की रकम
अंजली ने महमूद को बीएचयू कैंपस के विश्वनाथ मंदिर के बाहर मिलने को कहा। थोड़ी देर बाद महमूद स्कूटी से मंदिर पहुंच गए। इसके बाद अंजली ने उन्हें अपनी एसयूवी कार में बैठा लिया। थोड़ी देर में बाकी आरोपी भी कार में सवार हो गए और महमूद को किडनैप कर लिया गया। फिर कार जौनपुर रोड पर दौडऩे लगी। इसी बीच रास्ते में इन लोगों ने 20 लाख फिरौती मांगी गई। जब महमूद ने इतना पैसा न होने की बात कही, तो 8 लाख रुपए मांगे गए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि एक प्राइवेट बैंक का एजेंट बनकर कारोबारी को बीएचयू के विश्वनाथ मंदिर से किडनैप किया था। उनकी 20 लाख रुपए फिरौती वसूलने की प्लानिंग थी। इसी बीच कारोबारी महमूद के बैंक अकाउंट से 2 लाख रुपए निकाले गए। ये पैसे बाबतपुर और रामनगर के एटीएम से निकाले गए थे। बाकी पैसा न मिलने और पकड़े जाने के डर से सभी आरोपी साड़ी व्यवसायी को चुनार ले गए। चुनाव पुल पर पहले महमूद का गला दुपट्टे और डाटा केबल से कसकर मार डाला। फिर शव को पुल से गंगा में फेंक दिया.
कॉल डिटेल में मिला था एक महिला का नंबर
भेलूपुर पुलिस ने महमूद आलम की कॉल डिटेल खंगाली तो पता चला कि उसने रविवार को 2-3 लोगों से बात की है। जिन लोगों से बात हुई, उन सबसे पुलिस ने पूछताछ की। इसमें एक महिला का भी फोन नंबर था। उस महिला से भी पुलिस ने पूछताछ की। पुलिस ने बीएचयू के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो महमूद और महिला समेत पांचों आरोपियों की पहचान हुई। इसके बाद पुलिस ने पहले दो आरोपियों को पकड़ा। फिर अंजली को भी हिरासत में ले लिया। इसके बाद बाकी बचे दोनों आरोपियों को भी पकड़ लिया.
अभी तक नहीं मिला शव
भेलूपुर इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे का कहना है कि कारोबारी महमूद का शव अभी नहीं मिला है। आरोपियों के पास से 1 लाख 37 हजार रुपए, एसयूवी कार, कीमती घड़ी, पासपोर्ट, बैंक के डेबिट कार्ड, पैन कार्ड, ब्लैंक चेक और डेटा केबल सहित हत्या में उपयोग किया गया दुपट्टा पुलिस ने बरामद किया है। 14 जनवरी से कारोबारी महमूद बीएचयू से अचानक लापता हो गए थे। उनके बेटे ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
महमूद ने किडनैप होने के बाद किया बेटे को फोन
भेलूपुर पुलिस को लिखाए गए मुकदमे में महमूद के बेटे फैजान कहा था, मेरे अब्बू रविवार को दोपहर 2.45 बजे सफेद एक्टिवा स्कूटी से निकले थे। शाम को 6 बजकर 17 मिनट पर उन्होंने अपने मोबाइल से मेरे नंबर पर फोन करके कहाकि मैं बहुत मुसीबत में फंस गया हूं। तुम लोग 8 लाख रुपए का जल्दी से इंतजाम कर दो। जल्दी करो, मैं कुछ देर बाद फिर से फोन करूंगा.