वाराणसी (ब्यूरो)। आपके घर के ऊपर से रेड कलर का हवाई जहाज कई बार गुजरे, तो डरने की जरूरत नहीं है। सिटी के सुनियोजित विकास के लिए स्मार्ट सिटी की ओर से पूरे क्षेत्र का 3-डी सर्वेक्षण कराया जा रहा है। इस सर्वेक्षण से 160 वर्ग किलोमीटर एरिया का एक आधुनिक अर्बन स्पेशियल डिजिटल ट्विन मैप बनेगा। इसकी मदद से क्राउड मैनेजमेंट के साथ ट्रैफिक, सॉलिड वेस्ट, फायर, वाटर सप्लाई और सीवरेज सिस्टम में काफी सुधार और सुगम होगा। करीब नौ महीने में कार्य पूरा होगा। सर्वेक्षण पूरा होने के बाद वाराणसी देश का पहला शहर होगा, जिसने अपने सभी वार्डों के लिए अर्बन स्पेशियल डिजिटल ट्विन मैप बनाया है। इस मैप से सिटी में क्राउड मैनेजमेंट में मदद मिलेगी। अवैध निर्माण की निगरानी हो सकेगी। सीवर व पेयजल आदि बुनियादी सुविधाओं के विस्तार में हेल्प मिलेगी। डिजिटल मैप को सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा.
स्पेशल प्लेन से सर्वे
बाबतपुर एयरपोर्ट से अर्बन स्पेशियल डिजिटल ट्विन मैप बनाने का कार्य संचालित हो रहा है। स्पेशल प्लेन, चार पहिये वाले वाहनों और शहर की गलियों में बैकपैक वॉकर्स के माध्यम से यह मैप बनाया जा रहा है। अभी तक 70 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में सर्वेक्षण कार्य पूरा हो गया है। ड्यूअल इंजन विमान पार्टेनेविया पी-68-सी के माध्यम से 3800 फीट की ऊंचाई से शहर को रीड करने की प्रक्रिया चल रही है, जो मुंबई में स्थित जेनेसिस इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन की ओर से की जा रही है.
होगी हाई रिजोल्यूशन मैपिंग
ड्यूअल इंजन विमान लाइका सिटी मैपर-2 एस सेंसर और लाइट डिटेक्शन और रेंजिंग तकनीक के साथ कैमरा से लैस है, जो वाराणसी के सभी क्षेत्रों का सटीक और हाई रिजोल्यूशन मैपिंग संभव बनाएगा। सर्वेक्षण के लिए यह विमान लाइट डिटेक्शन और रेंजिंग (लिडार) तकनीक का उपयोग कर रहा है। डिजिटल ट्विन मैप काशी एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के साथ इंटीग्रेट किया जाएगा। भीड़ प्रबंधन के लिए हीट मैप और थर्मोग्राफिक रियल टाइम डेटा भी एकीकृत किए जाएंगे।
काशी देश का पहला शहर, पब्लिक को ये प्रॉफिट
1. जलकल, वाराणसी नगर निगम, वाराणसी डेवलपमेंट अॅथारिटी और जल निगम सहित विभिन्न संस्थाओं के वर्किंग सिस्टम को मजबूत बनाएगा।
2. क्राउड मैनेजमेंट में हेल्प मिलेगी। अवैध निर्माण की निगरानी होगी। सीवर व पेयजल आदि बुनियादी सुविधाओं के विस्तार में हेल्प मिलेगी।
3. यह अर्बन स्पेशियल डिजिटल ट्विन मैप 100 वार्डों की सभी नालियों और जल पाइपलाइन, स्ट्रीट लाइट्स, शौचालय और जल-वितरण प्रणाली, वार्ड सीमाएं, आदि के सभी 50 से अधिक थिमैटिक मानचित्रों को शामिल करेगा.
4. समय पर सर्वे पूरा होने के बाद वाराणसी देश का पहला शहर होगा, जिसने अपने सभी वार्डों के लिए अर्बन स्पेशियल डिजिटल ट्विन मैप बनाया है।
फैक्ट एंड फीगर
160 वर्ग किलोमीटर एरिया का अर्बन स्पेशियल डिजिटल ट्विन मैप बन रइा।
70 वर्ग किलोमीटर एरिया में सर्वेक्षण का काम पूरा कर लिया गया।
9 महीने में अर्बन स्पेशियल डिजिटल ट्विन मैप परियोजना पूर्ण होगी.
3800 फीट की ऊंचाई से शहर को रीड करने की प्रक्रिया चल रही।
इन शहरों में भी 3-डी मैपिंग
- वाराणसी से पहले यह कार्य जयपुर में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में किया गया था। साथ ही एशिया के सबसे बड़े स्लम क्लस्टर धारावी, अहमदाबाद, सूरत और अयोध्या में यह सर्वे होना है।
अभी तक नगर निगम के 84 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र का 2-डी मानचित्र उपलब्ध था, जिससे 160 वर्ग किलोमीटर के नए परिधि वाले क्षेत्रों में काम करने में असुविधा होती थी। अब पूरे क्षेत्र का एक आधुनिक अर्बन स्पेशियल डिजिटल ट्विन मैप बनाने का काम शुरू हो गया है। इससे शहर प्रबंधन और प्रशासन में सभी नगरीय संस्थाओं को प्रभावी और समन्वित ढंग से काम करने में सहायक होगा.
- कौशल राज शर्मा, कमिश्नर
इस परियोजना के माध्यम से नगर निगम और अन्य विभागों को परियोजना कार्यान्वयन, संसाधन विकास और कर संग्रह प्रणाली के परीक्षण के लिए सुविधाओं का विस्तार होगा.
- अक्षत वर्मा, नगर आयुक्त
हवाई सर्वेक्षण कार्य को ड्यूअल इंजन विमान पार्टेनेविया पी-68-सी के माध्यम से 3800 फीट की ऊंचाई पर किया जा रहा है, जो बाबतपुर एयरपोर्ट से संचालित हो रहा है। इस रफ्तार से यह काम चल रहा है, उसे देखते हुए नौ महीने में यह सर्वेक्षण पूर्ण होने की उम्मीद है।
- डॉ। डी वासुदेवन, सीजीएम, स्मार्ट सिटी