वाराणसी (ब्यूरो)। काशी के टूरिज्म ने तमिलनाडु और गोवा को भी पीछे छोड़ दिया है। यकीन नहीं है तो टूरिज्म डिपार्टमेंट के आंकड़े को देख लीजिए। वर्ष 2023 में अब तक करीब 12 करोड़ सिर्फ डामेस्टिक टूरिस्ट काशी की भव्यता देखने आए। यह सिर्फ बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर, काशी के घाट ने और हिस्टोरिकल प्लेस के डेवलपमेंट ने कर दिखाया। आगे भी टूरिज्म डिपार्टमेंट शूलटंकेश्वर को डेपलपमेंट करने जा रहा है। इसके डेवलपमेंट होते ही टूरिस्टों की संख्या में और इजाफा होगा। ऐसा मानना है टूरिज्म डिपार्टमेंट का.
एडवेंचर थीम पर फोकस
टूरिज्म डिपार्टमेंट के अफसरों की मानें तो अभी तक तक तो टूरिस्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, गंगा घाट की भव्यता को देखने आते थे। इसके अलावा टूरिस्टों के लिए कुछ नए प्लेस भी अब डेवलप किए जाएंगे। इनमें शूलटंकेश्वर, चंदौली के फारेस्ट एरिया के एडवेंचर प्लेस शामिल हंै। इन प्लेस को एडवेंचर थीम पर डेवलप किया जाएगा। शूलटंकेश्वर में नए घाट, एप्रोच लाइट, द्वार बनाया जाएगा। क्योंकि वहां पर भी टूरिस्ट काफी संख्या में जाते है.
12 करोड़ टूरिस्ट आए
टूरिज्म के विभाग के उपनिदेशक आरके रावत का कहना है कि काशी की टूरिज्म इंडस्ट्री ने तमिलनाडु और गोवा को पीछे छोड़ दिया है। 2022 में तमिलनाडु और गोवा टूरिस्ट के मामले में आगे था लेकिन इस साल काशी सबसे आगे है। गोवा से 20 परसेंट और तमिलनाडु से 25 परसेंट अधिक टूरिस्ट काशी में बढृ गए हंै। ऐसे ही अगर टूरिस्ट आते रहे तो काशी बेस्ट डेस्टिनेशन टूरिस्टों के लिए बन जाएगा।
आगे और बूम करेगा पर्यटन उद्योग
पर्यटक दर्शन-पूजन के साथ गंगा स्नान करते हैं। क्रूज से गंगा के घाटों को निहारते हैं। बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ भी जाते हैं। भव्य, दिव्य व नव्य काशी के धार्मिक, ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व को देश-दुनिया ने पहचाना है। इससे पर्यटन उद्योग आगे और बूम करेगा। क्योंकि आगे देव दीपावली का पर्व है। इसके लिए अभी से लोगों की बुकिंग शुरू हो गयी है।
टूरिस्टों की पहली पसंद
काशी विश्वनाथ धाम, बीएचयू विश्वनाथ मंदिर, दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, मणिकर्णिका घाट, मान मंदिर घाट, दुर्गाकुंड मंदिर, नमो घाट, तुलसी मानस मंदिर, नेपाली मंदिर ललिता घाट, संकट मोचन मंदिर, रामनगर किला, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, भारत माता मंदिर, मृत्युंजय महादेव मंदिर, टीएफसी, सारनाथ, शूलटंकेश्वर समेत कई मंदिर शामिल है।
टूरिस्ट फ्लो के लिए शूलटंकेश्वर में घाट, एप्रोच लाइट और बेचेंज बनाने का कार्य शुरू हो गया है। इसके अलावा शास्त्री घाट को भी डेवलप किया जा रहा है। काशी के टूरिज्म ने गोवा और तमिलनाडु को भी पीछे छोड़ दिया है.
आरके रावत, उपनिदेशक, टूरिज्म विभाग