वाराणसी (ब्यूरो)। शिव की नगरी में जगत के पालनहार की अगुवाई को काशीवासी तैयार है। नटवर नागर के जन्मोत्स्व की तैयारियां मठ, मंदिरों और घरों में परवान चढऩे लगा है। कोई चंद्रयान में जन्मोत्सव मनाने की तैयारी कर रहा है तो कोई खीरे के अंदर। माखन-मिस्री भोग के बीच लड्डू गोपाल को सजाने में व्यस्त है तो कोई ड्रेस तो कोई बांसुरी और खिलौना सजाने के लिए आकुल-व्याकुल है.
हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसाइटी
हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसाइटी में भी प्रभु श्रीकृष्ण की जन्मोत्सव की तैयारी शुरू हो गई है। भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्य दिवस के उपलक्ष में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन 6 से 8 सितंबर तक किया गया है। 6 सितंबर को प्रात: 7 बजे अन्नपूर्णा नगर (विद्यापीठ के सामने) से भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी, जिसमें श्री राधा कृष्ण की झाकी, शंखनाद समूह एवं डमरू सेवादल के साथ तथा बैंडबाजे के साथ श्री लड्डू गोपाल बग्गी पर सवार रहेंगे। शोभायात्रा साजन तिराहे से होकर नगर निगम के रास्ते होते हुए सिगरा से होकर महमूरगंज शीलनगर माहेश्वरी भवन पहुंचेगी, जहां पर तीन दिवस समारोह संपन्न होगा। 7 सितंबर को लड्डू गोपाल का पंचामृत से महाभिषेक किया जाएगा। महाभिषेक मातृशक्ति (माताओं) द्वारा सामूहिक रूप से किया जाएगा। 8 को भव्य भंडारे का आयोजन किया गया है।
प्रतिदिन तुलसीपूजा
पद्मिनी, प्रीति, रजनी राघवेन्द्र, गोपी, मुकेश, गुरु प्रसाद संजय ने बताय कि तीन दिवसीय कार्यक्रम में प्रतिदिन सायंकाल तुलसीपूजा, गौर आरती, हरिनाम संकीर्तन एवं भजन संध्या का आयोजन होगा जिसमें स्थानीय एवं वृंदावन से पधारे भक्त जनों द्वारा भगवान श्री कृष्ण एवं श्रीराधा रानी से सम्बन्धित भजनों एवं नृत्य नाटिका की प्रस्तुतिकरण की जायेगी। प्रत्येक दिन श्रीश्री राधागोविन्द देव जी, श्री जगन्नाथ देव, बलदेव एवं सुभद्रा महारानी के श्री विग्रहों का भव्य श्रृंगार किया जाएगा.
इस्कान मंदिर में तैयारी
इस्कान मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी जोरों पर चल रही है। कृष्ण की प्रतिमा को सजाने संवारने का कार्य शुरू हो गया है। इसके अलावा पूरे मंदिर परिसर में रंग-बिरंगी विद्युत झालरों से सजाने का कार्य चल रहा है। इस्कान मंदिर में 6 से लेकर 8 सितंबर को विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इन में 6 को सुबह श्रीकृष्ण कथा एवं प्रसाद, सायंकाल सांस्कृतिक प्रोग्राम, 7 को श्रीकृष्ण कथा, के अलावा महाअभिषेक एवं आरती की जाएगी। 8 को श्रीकृष्ण जी का महाअभिषेक एवं आरती की जाएगी.
धर्मसंघ, गौड़ीयमठ में भी सजावट शुरू
दुर्गाकुंड स्थित धर्मसंघ में भी श्रीक्ृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी शुरू हो गई है। वहीं सोनारपुरा गौड़ीय मठ में लडडू गोपाल की मूर्ति को संजाने संवारने का कार्य शुरू हो गया है। मठ में रुई से पहाड़ बनाया जाएगा। लड्डू गोपाल को पालने में झुलाया जाएगा। विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा.