वाराणसी (ब्यूरो)। धर्मसम्राट स्वामी करपात्री महाराज की तपोस्थली धर्मसंघ गुरुवार को दीपों के प्रकाश से जगमगा उठा। दुर्गाकुंड स्थित धर्मसंघ शिक्षा मंडल में चल रहे पंच दिवसीय 116 वें करपात्र प्राकट्योत्सव में प्राकट्य दिवस की पूर्व संध्या पर करपात्र दीपावली मनाई गई। इस अवसर पर जैसे ही 42,340 दीये एक साथ प्रज्ज्वलित किया गया, वैसे ही पूरा परिसर दीयों की रोशनी से नहा उठा.
एक साथ दीप जला
धर्मसंघ पीठाधीश्वर स्वामी शंकरदेव चैतन्य ब्रम्हचारी जी महाराज एवं पं। जगजीतन पांडेय ने मणि मंदिर के मुख्य सभागार में स्वस्तिवाचन के बीच प्रथम दीपक प्रज्ज्वलित किया, उसके उपरान्त वैदिक आचार्यो एवं बटुकों ने एक साथ पूरे धर्मसंघ प्रांगण में दीपक जलाए। पहली बार मंदिर में सहस्त्र दीप मालिका भी प्रज्ज्वलित की गयी। मंदिर मुख्य द्वार, करपात्र प्रतिमा, करपात्र सभागार, महाराज निवास, अन्नपूर्णा भोजन भण्डार, गौशाला, बाग, अतिथि गृह तथा कार्यालय सभी जगहों पर एक साथ दीप प्रज्ज्वलित किया गया। वहीं करपात्र दीपावली के अवसर पर फूलों की रंगोली भी सजाई गई थी। इस अवसर पर धर्मसंघ पीठाधीश्वर स्वामी शंकरदेव चैतन्य ब्रम्हचारी जी महाराज ने बताया कि प्रत्येक वर्ष करपात्र प्राकट्य दिवस की पूर्व संध्या पर करपात्र दीपावली मनाने की परम्परा रही है। राजमंगल पांडेय, कृष्णानंद पांडेय, रितेश, रत्नाकर मिश्रा, अंशुमान पांडेय, आयुष्मान पांडेय, यशस्वी पांडेय मौजूद थे.
करपात्र रत्न सम्मान आज
धर्मसंघ के महामंत्री पं। जगजीतन पांडेय ने बताया कि प्राकट्योत्सव के दिन शुक्रवार को सायं 4 बजे से करपात्र रत्न सम्मान समारोह आयोजित किया जायेगा। जिसमें काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रो। नागेंद्र पांडेय को करपात्र रत्न अलंकरण प्रबुद्धजनों की उपस्थिति में प्रदान किया जाएगा.