-विश्व शांति के लिए महाकाल अनुष्ठान भी जल्द
VARANASI: तिब्बती कज्र्ञुद संप्रदाय के क्7वें करमापा के दीर्घ जीवन के लिए सारनाथ में शनिवार को बौद्ध फॉलोअर्स ने विशेष पूजा किया। करमापा उग्येन ठिनले दोरजे क्भ् दिवसीय प्रवास के लिए एक दिन पहले धर्मशाला से नई दिल्ली होते हुए सारनाथ पहुंचे। वह यहां विश्व शांति के लिए महाकाल अनुष्ठान करेंगे। वज्रविद्या संस्थान कैंपस स्थित बौद्ध मंदिर में करमापा के शैक्षणिक गुरु भिक्षु ठंगू रिनपोछे के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक फॉलोअर्स ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष पवित्र जल व खाता अर्पित कर पूजा की। इस पूजा में करमापा भी शामिल हुए। यह अनुष्ठान लगभग एक घंटे तक चला। तत्पश्चात बौद्ध भिक्षुओं व विदेशी फॉलोअर्स ने कतारबद्ध होकर करमापा को खाता भेंटकरआशीर्वाद लिया।
एक घंटे चली पूजा
करमापा के शैक्षणिक गुरु भिक्षु ठंगू रिनपोछे ने तंत्र विद्या के तहत करमापा के समृद्ध जीवन व उज्जवल भविष्य के लिए पूजा किया। यह पूजा लगभग एक घंटे तक चला। इस अवसर पर बौद्ध भिक्षुओं ने रात आठ बजे तिब्बत के बुद्धिस्ट राजा के जीवन पर आधारित एक नाटक का मंचन भी किया, जिसे सभी ने खूब सराहा। पूजा में भिक्षु टुल्कू थामचोक, भिक्षु खंभो लोबंसग, भिक्षु खंबो ताशी, भिक्षु खंबो शेरप समेत बड़ी संख्या में विदेशी फॉलोअर्स शामिल रहे।
टाइट हुई सिक्योरिटी
सारनाथ पहुंचने के एक दिन बाद करमापा की सुरक्षा व्यवस्था और तगड़ी कर दी गई। उनके प्रवास स्थल वज्रविद्या संस्थान के मेनगेट पर सीसीटीवी कैमरे व दो मेटल डिटेक्टर लगाए गए। संस्थान में एंट्री करने वालों की तलाशी ली जा रही है। करमापा की सिक्योरिटी में सारनाथ थाने से चार एसआई व ब्0 कांस्टेबल की तैनाती की गयी है। मेन रोड पर वाहनों को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस के चार जवान भी लगाए गए हैं।