वाराणसी (ब्यूरो)लहरतारा स्थित तालाब के बीच में कमल के फूल में संत कबीरदास प्रकट होंगेइसके साथ ही आठ करोड़ से कबीर प्रकाट्य स्थल लहरतारा परिसर को विकसित किया जाएगायह जानकारी कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने दीप्रकाट्य स्थल का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने कहा कि कबीर प्रकाट्य स्थल को विकसित करना शासन की प्राथमिकता में हैइस सुंदर और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा.

आठ करोड़ रुपये स्वीकृत

प्रदेश सरकार ने प्राचीन संत कबीर प्रकाट्य स्थल लहरतारा के विकास के लिए आठ करोड़ रुपये स्वीकृत की हैइस पैसे से होने वाले विकास कार्यों की जानकारी लेने के लिए शनिवार को कमिश्नर कौशल राज शर्मा संत कबीर प्रकट स्थल पहुंचेसबसे पहले उन्होंने कबीर साहब का दर्शन कियाइसके बाद पूरे परिसर का निरीक्षण कियासाथ ही मठ के महंत गोविंद दास शास्त्री से विकास कार्यों को लेकर बातचीत की

अद्भुत होगा दृश्य

कमिश्नर ने आश्रम परिसर और तालाब की पौराणिकता के बारे में जानकारी कीबताया गया कि सद्गुरु कबीर साहब की प्राकट्य इसी लहरतारा सरोवर में कमल के फूल पर पाया गया थायदि लहरतारा सरोवर के बीचों बीच इस दृश्य को स्थापित किया जाएगा तो यह दृश्य अद्भुत होगाइस पर कमिश्नर ने पूरे परिसर की सुनियोजित तरीके से विकास का खाका तैयार कर दिशा निर्देश दिया.

लहरतारा मेन सड़क पर बनेगा कबीर द्वार

कैंट से रोहनिया जाते में कबीर की जन्मस्थली लहरतारा भी पड़ता है, जहां से हर दिन बड़ी संख्या में पर्यटक भी गुजरते हैं, लेकिन कबीर की मौजूदगी का एहसास नहीं होता हैइसी को देखते हुए मेन रोड पर कबीर द्वार बनाया जाएगाबहुत जल्द ही इस पर काम शुरू होगाइसकी पहल विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने की थीकहा था कि कबीर प्राकट्य स्थली के पूरे परिसर का समुचित विकास ही मेरा लक्ष्य है.