वाराणसी (ब्यूरो)। चुनावी समर में हर प्रत्याशी अपने-अपने वार्ड में वोटरों को लुभाने में लगे हुए हैं। वार्ड की समस्याओं और जनता की दिक्कतों को भूलकर अपना वोट साधने में जुटे हैं। हालांकि कई वार्ड में इतना अच्छा कार्य हुआ है कि जनता उसे भूलना ही नहीं चाहती है। जी हां, आज हम दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की वार्ड नीति में वार्ड 35 की बात कर रहे हैं। इस वार्ड में सीवर, पानी, खड़ंजा जैसी समस्याएं दूर-दूर तक नजर नहीं आयी। हालांकि लोगों इस बात का मलाल जरूर था कि उनके वार्ड को स्मार्ट वार्ड का दर्जा नहीं मिला। इस वार्ड में वोटरों की संख्या करीब 9,575 है.
इस वार्ड में सबसे अधिक दिक्कत क्या है?
इस वार्ड में कोई स्मार्ट स्कूल नहीं है। बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए निजी स्कूलों में दाखिला लेना पड़ता है। हालांकि मूलभूत सुविधा पानी, बिजली से लेकर सीवर तक सभी दुरुस्त हैं।
पांच साल में वार्ड में कितने विकास कार्य हुए ?
पिछले पांच सालों में वार्ड नं। 35 में काफी विकास कार्य हुए। सभी गलियों में खड़ंजा हटाकर पत्थर बिछाया गया। जहां-जहां गड्ढे थे, उन्हें पाटा गया। इस समय वार्ड की किसी भी गली में कहीं भी गडढा देखने को नहीं मिलेगा.
आप पार्षद होते तो जनता के लिए क्या करते?
पहली बात तो मुझे पार्षदी का चुनाव नहीं लडऩा है। क्योंकि इस वार्ड में बहुत सारा काम हुआ है। इस वार्ड को सिर्फ स्मार्ट वार्ड का दर्जा मिल जाए तो सारी मेहनत सफल हो जाए.
पार्षद के कार्य से कितना संतुष्ट है?
वर्तमान पार्षद जनता के लिए ऑल टाइम उपलब्ध हैं। हर समस्या के निस्तारण के लिए प्रयासरत हैं। सभी को संतुष्ट करना संभव नहीं है। पर यहां का मतदाता अपने पार्षद से संतुष्ट है।
आपके क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या क्या है?
हमारे क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की है। बाजार होने के नाते यहां हमेशा गाडिय़ों की लाइन लगी रहती है। अगर एक पार्किंग की व्यवस्था हो जाए तो काफी सहूलियत होगी.
आप पार्टी को वोट देते है या कैंडीडेट को?
न तो हम पार्टी को वोट देते है न ही कैंडीडेट को। हम सिर्फ काम करने वाले को वोट करते हैं। मोहल्ले का कार्य बताता है कि प्रत्याशी आम जनता के लिए कितना समर्पित है.
विकास कार्य के लिए अपने वार्ड को कितना नंबर देंगे ?
हमारे वार्ड में जितना विकास हुआ है इसके लिए सौ में सौ नंबर भी दिया जाए तो कम है। क्योंकि बहुत से पार्षदों ने अपने वार्ड में काम ही नहीं किया है लेकिन हमारे वार्ड में सिर्फ काम हुआ है.
किसी के भी विकास कार्य छिपाने से नहीं छिपते। इस समय शहर में जी-20 के लिए धड़ाधड़ विकास कार्य हो रहा है। शहर एकदम चकाचक हो गया है उसी तरह हमारा वार्ड भी चकाचक है.
अभिषेक विश्वकर्मा
वार्ड में सीवर, पानी और जलनिकासी की समस्या से नहीं परेशान होना पड़ता है। क्योंकि डे्रनेज सिस्टम को काफी दुरुस्त कर दिया गया है। बहुत पहले पानी लगता था अब बारिश होने पर भी पानी नहीं लगता.
राकेश कुमार
हमारे वार्ड को आदर्श वार्ड का दर्जा दिया जाए, क्योंकि यहां पर खड़ंजा को हटाकर पत्थर बिछाया गया है। बिजली के तार के पोल को भी बदलकर दूसरा लगाया गया है। जगह-जगह तार लटकते थे उसे दूर किया गया.
विकास चौहान
एक कलर से सभी दीवारों को रंग दिया जाए तो मुहल्ला देखने में अच्छा लगेगा। वार्ड भी स्मार्ट हो जाएगा। मुहल्ले की सारी समस्याओं को दूर किया गया है.
शहनवाज कुरैशी
पहले हमारे वार्ड में पानी निकासी की समस्या बहुत गंभीर थी लेकिन अब काफी हद तक समस्याएं दूर हो चुकी हैं। अब हम लोगों को स्मार्ट की तर्ज पर राजाबाजार का विकास होना चाहिए.
मो। शमीर
हमारे वार्ड में मूलभूत समस्याएं नहीं है। इस पर पिछले पांच साल में काफी हद तक विकास कार्य हुए। अब शॉपिंग काम्प्लेक्स और स्मार्ट स्कूल की जरूरत है.
नौसाद शेख
हमारे वार्ड में बिजली के अधिकतर खंभे जर्जर अवस्था में थे। इनमें से कई खंभों को बदल दिया गया। इससे दुर्घटनाओं की समस्या कम हो गयी है। बिजली सप्लाई में और सुधार की जरूरत है.
विनय कुमार सिंह
तार के जंजालों से मुहल्ले को मुक्त किया जाए। बहुत से कार्य हुए, भावी पार्षद से तमाम विकास कार्य की उम्मीद है। विकास ही जनता का मुख्य उद्देश्य है।
राजेश यादव