वाराणसी (ब्यूरो)। कैंट रेलवे स्टेशन के सामने फ्लाईओवर के पिलर से लेकर बीएचयू तक जगह-जगह दीवारों पर नामी कंपनियों में भर्ती के पंफलेट लगे हैं, जिसमें हेल्पर से लेकर ब्रांच मैनेजर के जॉब ऑफर और 20 हजार रुपये तक सेलरी देने की गारंटी दी जा रही है। इसके लिए पंफलेट पर संपर्क नंबर भी दिए गए हैं, जबकि प्रिंट कंपनी का नाम और जॉब ऑफर दोनों ही फेक यानी पूरी तरह से फर्जी है। इसका खुलासा दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के स्टिंग ऑपरेशन में हुआ। शुक्रवार को रिपोर्टर ने नामी कंपनियों के अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्होंने शहर में जगह-जगह चस्पा पंफलेट के बारे में अनभिज्ञता जताई और कहा कि हमारी कंपनी जॉब के लिए विज्ञापन प्रकाशित कराता है। मेल आईडी पर बायोडाटा मांगा जाता है। इसके बाद कॉरपोरेट आफिस में इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इसके पहले रिपोर्टर ने पंफलेट पर प्रिंट मोबाइल नंबर पर नौकरी के नाम पर बेरोजगारों को ठगने वाले जालसाजों से क्या बातचीत हुई। आइए आप भी जानिए.
पार्ट-1
रिपोर्टर : भाई साहब, मैं बनारस से बोल रहा हूं.
राजू मिश्रा : जी, बोलें.
रिपोर्टर : पारले कंपनी से बोल रहे हैं.
राजू मिश्रा : जी पारले कंपनी से ही हूं, बताइए.
रिपोर्टर : नौकरी के लिए फोन किया है।
राजू मिश्रा : क्या एजुकेशन है।
रिपोर्टर : ग्रेजुएशन.
राजू मिश्रा : ठीक है, अपना आधार कार्ड, चार पासपोर्ट फोटो और एकेडमिक सर्टिफिकेट इसी नंबर पर व्हाट्सएप कर दें.
रिपोर्टर : ठीक है, और क्या करना होगा.
राजू मिश्रा : वैरिफिकेशन के लिए 690 रुपये गूगल पे करना होगा।
रिपोर्टर : इसी नंबर पर.
राजू मिश्रा : नहीं, आप जब आधार भेजेंगे तो हम दूसरा नंबर देंगे, उसी पर करना होगा.
रिपोर्टर : क्या मेरी नौकरी कंपनी में ही लगेगी।
राजू मिश्रा : जी, कंपनी के गोदाम में सुपरवाइजर की नौकरी मिलेगी.
रिपोर्टर : किस जगह पर।
राजू मिश्रा : आप कहां के हैं.
रिपोर्टर : बनारस। आप कहां से बोल रहे हैं.
राजू मिश्रा : मैं कानपुर से बोल रहा हूं। कंपनी का गोदाम बनारस में गोदौलिया, पांडेयपुर, शिवपुर व लंका में है.
रिपोर्टर : सेलरी आप देंगे या कंपनी.
राजू मिश्रा : कंपनी से ही आपकी सेलरी मिलेगी।
रिपोर्टर : नौकरी कब लगेगी.
राजू मिश्रा : वैरिफिकेशन के बाद आपकी ट्रेनिंग होगी.
रिपोर्टर : टे्रनिंग कहां होगी.
राजू मिश्रा : गोदाम पर ही तीन दिन की ट्रेनिंग होगी.
रिपोर्टर : ट्रेनिंग होने के बाद.
राजू मिश्रा : नियुक्ति होगी और सेलरी स्टार्ट हो जाएगी.
रिपोर्टर : जॉब की गारंटी है.
राजू मिश्रा : 100 परसेंट।
पार्ट-2
रिपोर्टर : हेलो, आप टाटा मोटर्स कंपनी से बोल रही हैं।
महिला : जी, बोलिए.
रिपोर्टर : आप कहां से बोल रही हैं।
महिला : इलाहाबाद से। आप बताइए.
रिपोर्टर : मैं बनारस से। नौकरी के लिए फोन किया है।
महिला : क्या एजुकेशन है।
रिपोर्टर : कंप्यूटर में डिप्लोमा है.
महिला : कहीं जॉब करते हैं.
रिपोर्टर : हां, एक प्रिंटिंग सेंटर में.
महिला : ठीक है कितना सेलरी पाते हैं.
रिपोर्टर : 15 हजार रुपये मिलता है.
महिला : हम टाटा मोटर्स कंपनी में नौकरी लगवा देंगे.
रिपोर्टर : इसके लिए क्या करना होगा.
महिला : वैरिफिकेशन के लिए आधार कार्ड, चार फोटो और सर्टिफिकेट व्हाट्सएप नंबर में भेजना होगा.
रिपोर्टर : ठीक है। कब भेज दें.
महिला : अभी भेज दें.
रिपोर्टर : कुछ और भी।
महिला : हां, रजिस्ट्रेशन चार्ज 650 रुपये भी देना होगा.
रिपोर्टर : यह पैसा कब देना है.
महिला : सर्टिफिकेट वैरिफिकेशन के बाद आपके पास कॉल जाएगी। उसी के बाद पैसा भेजना होगा।
रिपोर्टर : नौकरी टाटा मोटर्स कंपनी में ही लगेगी.
महिला : जी, पंफलेट में जिस कंपनी का जिक्र है, उसी में नौकरी लगेगी.
पंफलेट के बारे में मुझे कोई जानकारी है। अगर है तो यह पूरी तरह से फर्जी है। ये ठग गिरोह है, जो बेरोजगारों को शिकार बनाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। हमारी कंपनी विज्ञापन निकालती है। इसके लिए इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
सुमित राना, जीएम, वाराणसी रीजन, टाटा मोटर्स
शहर में इस तरह के पंफलेट लगे हैं तो इसकी जानकारी नहीं है। अगर ऐसा है तो पंफलेट पर दिए नंबर से उन्हें ट्रेस किया जाएगा। जांच में मामला फर्जी निकला तो उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया जाएगा और सख्त कार्रवाई होगी।
संतोष सिंह, एडिशनल सीपी