वाराणसी (ब्यूरो)। हेलो मैं अर्चना हूं। आप क्या कर रहे हैं। हमारे पास आपके लिए है गुड न्यूज। क्या आप फ्री हैं? हेलो आपके लिए हमारे पास शानदार नौकरी है। आप करना चाहते हैं तो इसी नंबर पर हॉय लिखें। अगर आपके वाट्सएप पर भी इस तरह के मैसेज आते हैं तो सावधान। ये साइबर ठग हैं, इनके संपर्क में आते ही आप ठगी के शिकार हो सकते हैं। अधिकतर मैसेज करने वाली लड़कियां होती हैं। ये मैसेज देश ही नहीं, विदेशी नंबरों से भी आते हैं। इन्हें रिस्पॉस करते ही ये लड़कियां आपको मीठी-मीठी बातों में फंसाकर ब्लैकमेलिंग शुरू कर देती हैं। साइबर सेल और थाने में हर दिन इस तरह के दो से तीन मामले आ रहे हैं और लोगों से लाखों रुपये की ठगी हो चुकी है।
यह है ठगी का खेल
अभी तक वाट्सएप स्कैम के बारे में सोशल मीडिया पर खबरें आती थीं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यह स्कैम बनारस में शुरू हो गया है। स्कैमर्स पार्ट टाइम जॉब ऑफर करते हैं और लोगों से लाखों की ठगी कर लेते हैं। कैसे करते हैं ठगी आप भी जानिए। चित्तईपुर की रहने वाली एक महिला से वॉट्सएप पर स्कैमर्स ने कॉन्टैक्ट किया। स्कैमर्स ने महिला को पार्ट टाइम जॉब ऑफर की। इस जॉब में महिला को केवल विभिन्न ई-कॉमर्स वेबसाइटों के यूट्यूब वीडियो को लाइक, कमेंट और शेयर करना होगा। स्कैमर्स ने उसे एक टेलीग्राम गु्रप से जोड़ा, जहां उसे कुछ कार्य सौंपे गए। शुरुआत में जालसाजों ने महिला का भरोसा जीतने के लिए हर काम के लिए उसे कुछ पैसे दिए। बाद में, उन्होंने उसे एक प्राइम टास्क दिया और इस प्रोसेस में महिला ने हजारों रुपये गंवा दिए.
विदेशी नंबरों से ऑफर
वाट्सएप के जरिए इस तरह के स्कैम के मामले बनारस में दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। कुछ समय पहले लोगों ने धोखाधड़ी वाले वीडियो के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय नंबरों से वॉयस कॉल मिलने की भी शिकायत की थी। लेकिन अब इंडिया के विभिन्न हिस्सों के साथ विदेशी नंबरों से मैसेज आ रहे हैं। हालांकि गृह मंत्रालय ने वॉट्सएप को धोखाधड़ी एक्टिविटी करने वाले अकाउंट को ब्लॉक करने का आदेश दिया है। बड़ी संख्या में वॉट्सएप अकाउंट को बैन कर दिया गया है।
हाउसवाइफ और बुजुर्ग पर निशाना
इन साइबर क्रिमिनल्स के निशाने पर ज्यादातर हाउसवाइफ और रिटायर्ड लोग होते हैं। ये लोग दावा करते हैं कि महज तीन घंटे देने पर बड़ी ही आसानी से कोई भी महीने के लाखों रुपये कमा सकता है। बड़ी कंपनियों के नाम से मैसेज होने की वजह से लोगों को लगता है कि इसमें कुछ गलत नहीं है और तीन घंटे घर में बैठकर जॉब करना भी आसान है और इसी वजह से कई लोग इनके झांसे में आ जाते हैं।
ठगों से ऐसे बचें
- अगर आपके पास कोई ऐसा मैसेज आता है जो आपको फेक लग रहा है तो उसे इग्नोर करें। बिना जानें पहचानें या बिना सेव किए नंबर से आए मैसेज का तब तक रिप्लाई न दें जब तक आपको यह न लगे कि वो वेरिफाइड मैसेज है.
- किसी भी अननोन लिंक पर क्लिक न करें। इस तरह के लिंक आपको लालच देने के लिए भेजे जाते हैं। इन पर क्लिक कर आपकी डिवाइस में मैलवेयर भी आ सकता है। लिंक पर क्लिक कर आप सीधे टेलीग्राम पर पहुंच जाते हैं और फ्र ॉड में फंस जाते हैं.
- जिसने आपको मैसेज भेजा है उसकी आइडेंटिटी को जरूर वेरिफाई करें। ऑनलाइन भी आप चेक कर सकते हैं कि क्या कोई आपको फ्र ॉड मैसेज भेज रहा है या नहीं.
- किसी भी मैसेज पर अपनी निजी जानकारी शेयर नहीं करें। साथ ही किसी को भी अपने पासवर्ड्स और क्रेडिट कार्ड डिटेल्स दें। इससे आपके साथ वित्तीय धोखा हो सकता है.
- हमेशा अपनी डिवाइस को अप टू डेट रखें। फोन में एंटीवायरस या सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर का होना बेहद ही जरूरी होता है। इससे फोन स्कैम और मैलवेयर से सुरक्षित रहता है.
साइबर ठगी से बचने के लिए लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाया रहा है। साइबर सेल व थाना पर आने वाली शिकायतों पर त्वरित एक्शन लिया जाता है। इससे अलर्ट ही बचाव है.
अखिलेश कुमार, डीसीपी वरुणा