वाराणसी (ब्यूरो)नगर निकाय चुनाव में वोटर्स को लुभाने के लिए उम्मीदवार और उनके समर्थक तय सीमा से ज्यादा पैसा खर्च करते हैं तो उनकी खैर नहीं, क्योंकि चुनाव में मनी फ्लो रोकने के लिए इस बार आयकर विभाग सख्त हैविभाग ने अभी से बैंक एकाउंट्स, ट्रांजेक्शन, नए खातों पर नजर रखने की प्लानिंग कर ली हैचुनाव के दौरान 50 हजार या उससे अधिक का भी कैश मिला तो सोर्स विभाग को बताना पड़ेगा

टीम का किया गया गठन

चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए कैश, मुर्गा-शराब पार्टी या फिर कपड़े बांटने का चलन बढऩे के बाद यह सख्ती की जा रही हैप्रत्याशियों के खर्चे पर नजर रखने के लिए आयकर विभाग ने टीम का गठन किया हैयह टीम लगातार निगरानी करेगीआयकर विभाग का कहना है कि विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा सख्ती बरती जाएगीनगर निकाय चुनाव में किसी भी तरह की अवैध आर्थिक गतिविधियां मिलीं तो तत्काल कार्रवाई होगी

तो कैश हो जाएगा जब्त

चुनाव के दौरान किसी भी प्रत्याशी के पास 50 हजार या फिर उससे अधिक कैश मिला तो उसका सोर्स बताना होगा, नहीं तो आयकर अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगीयही नहीं कैश के साथ पैन, आधार और किस बैंक से पैसे निकाले है, कहा लेकर जा रहे हैं, यह सब बताना होगापूरी जानकारी नहीं देने पर कैश जब्त कर लिया जाएगा.

एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन पर नजर

इन्वेस्टिगेशन विंग के अफसर शहर के सभी प्रमुख स्थानों पर नजर रखेंगेहवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, बैंक आदि जगहों पर अफसरों की टीम नियमित जाएगीयह भी देखा जाएगा कि किन प्रत्याशियों की आय बढ़ी है और किसकी घटी हैइसके अलावा विभाग यह भी पता कर रहा है कि किसके पास कितनी संपत्ति है और वह कितना रिटर्न फाइल कर रहे हैंविधानसभा चुनाव के दौरान कई प्रत्याशियों की आय से कई गुना संपत्ति पायी गयी थी, जिसके आधार पर कार्रवाई हुई थी.

नए खातों की निगरानी

विभाग की टीम यह देखेगी कि प्रत्याशी ने कितना रुपया कहां खर्च किया हैकिससे रुपए ले रहे हैं, किस बैंक से कितनी राशि निकाली गयी और जमा की गयी, इस पर भी विभाग की नजर हैचुनाव के दौरान नए खाते कितने खुले इसका ब्योरा लिया जाएगा

निकाय चुनाव को देखते हुए आयकर विभाग सख्त हैचुनाव में कैश फ्लो पर विभाग की टीम नजर रखेगी, साथ ही 50 हजार तक का कैश किसी प्रत्याशी के पास मिलता है तो ब्योरा देना होगाचुनाव में लोग बेहिसाब धन खर्च करते हैं, इस पर भी नजर रखी जाएगी.

कुमार संजय, प्रधान आयकर आयुकत