वाराणसी (ब्यूरो)। मौसम की रंग-बिरंगी चाल से भले ही अप्रैल में भी गर्मी का एहसास नहीं हो रहा है, लेकिन मेयर व पार्षद के आरक्षण की सूची ने शहर की फिजां में चुनावी गर्मी पैदा कर दी है। नये परिसीमन के बाद नेताओं और टिकट के दावेदारों ने कमर कस ली है। इंटरनेट और स्मार्ट फोन की मदद से हाईकमान से लेकर स्थानीय स्तर पर तमाम दलों के संभावित उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया पर प्रचार शुरू कर दिया है। हर कोई खुद को पार्टी का वफादार और जिताऊ उम्मीदवार बता रहा है। अभी गली, मुहल्ले व वार्ड चुनाव माहौल वीरान है, लेकिन सोशल मीडिया पर निकाय चुनाव की जंग शुरू हो चुकी है.
मिला अच्छा प्लेटफार्म
मार्डन युग में नेताओं को सोशल मीडिया एक अच्छा प्लेटफार्म मिल गया है। निकाय चुनाव को लेकर अभी तारीखों का ऐलान बाकी है, लेकिन भावी प्रत्याशियों ने अभी से कैंपेनिंग में पूरा जोर लगा दिया है। सुबह होते ही गुड मार्निंग व रात सोते समय गुड नाइट के साथ अपने हर सोशल मूवमेंट का सोशल मीडिया पर प्रचार कर रहे हैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम, वाट्सएप पर आरोप-प्रत्यारोप और वाक युद्ध जारी है। एक ही वार्ड से कई दावेदार खुद को अव्वल बताने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस नूरा-कुश्ती में जनता भी खूब दिलचस्पी ले रही है.
एक संदेश आते ही बहस शुरू
प्रत्याशियों की हार जीत को लेकर सोशल मीडिया पर समर्थक सक्रिय हो गए हैं। समर्थक वाट्सएप पर बाकायदा ग्रुप बनाकर अधिक से अधिक लोगों को जोड़ रहे हैं, ताकि मत आकलन का अनुमान सही प्रकार से लग सके। इन गु्रप में जैसे ही कोई समर्थक अपने पक्ष वाले प्रत्याशी की जीत का दावा करता है, वैसे ही दूसरी पार्टी से जुड़े समर्थक इस पर कटाक्ष कर देते हैं। कुछ ही देर में तमाम पार्टियों के समर्थकों की प्रतिक्रियाएं आने लगती हैं। देखते ही देखते समर्थकों के बीच सोशल वार जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। इन गु्रप में दिन भर में 200 से 300 तक संदेश गिर रहे हैं।
सोशल मीडिया हैंडलिंग के लिए भी टीम
आर्थिक रूप से मजबूत दावेदारों ने बाकायदा कुछ तेजतर्रार लड़कों को फेसबुक, ट्विटर और वाट्सएप गु्रप के संचालन के लिए नियुक्त भी किया है, जहां वह दिन रात अपने-अपने दावेदारों की सोशल मीडिया पर फिजां बनाने में लगे हैं। नेताजी की दिन भर की भागदौड़, जनसंपर्क और बड़े नेताओं से मुलाकातें लगातार सोशल मीडिया पर अपडेट हो रही हैं। इसके साथ ही सुबह और शाम के सुविचारों की भी बाढ़ आ गई है.
जनसंपर्क की जानकारी भी करते हैं शेयर
मीडिया ग्रुप पर प्रत्याशी अपनी पूरे दिन भर की अपडेट डालते हैं। उसमें क्षेत्र में जनसंपर्क की जानकारी से लेकर लोगों से किए गए वादों की भी सूची और वार्ता को लिखकर अपडेट कराते हैं। इसके साथ ही वाट्सएप पर कार्यकर्ताओं का अलग ग्रुप है। इस पर अगले दिन की प्लानिंग की जाती है। जिसे क्षेत्र में पहुंचने से पहले सभी कार्यकर्ता व्यवस्था बना सकें। इसके साथ ही क्षेत्र के कुछ प्रमुख लोगों के लिए भी ग्रुप बनाये गए हैं। जिन्हें समय-समय पर जनसंपर्क और लोगों को जुटाने की जिम्मेदारी दी जाती है.