वाराणसी (ब्यूरो)। इस बार रक्षाबंधन के पर्व पर भाईयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए बहनों को 30 परसेंट अधिक कीमत चुकानी होगी। क्योंकि मार्केट में बिक रहे राखी बनाने में यूज होने वाले मैटेरियल्स का दाम काफी महंगा हो गया है। इसके चलते जो राखी पिछले साल सौ रुपए में बिक रही थी उसकी कीमत इस बार बढ़कर 130 रुपए हो गयी है। इसके बाद भी इस बार मार्केट में एक से एक वेरायटी की राखी सज गयी है। इनमें मेटल, रुद्राक्ष और स्टोन वर्क वाली राखी काफी पसंद की जा रही है.
राजकोट से आता धागा
राखी का काम करने वाले आसिफ शेख का कहना है कि राखी जिससे तैयार होती है उसका धागे के दाम में 20 परसेंट का उछाल आया है। राजकोट और कोलकाता से जो धागा पिछले साल 3 सौ रुपए किलो की दर से मंगाते थे वहीं इसकी कीमत इस बार बढ़कर 4 सौ किलो के करीब पहुंच गयी। ट्रांसपोर्टेशन अलग से देना पड़ा। रेशम का धागा भी इस बार उतना अच्छा नहीं मिला है। सारा मैटेरियल्स मंगाकर राखी की मैन्युफैक्चरिंग की जाती है.
24 से 60 रुपए मजदूरी
राखी बनाने वाले कारीगरों ने भी अपनी मजूदरी बढ़ा दी है। पहले 24 रुपए प्रति ग्रुस बनवाई लेते थे, बढ़ाकर 60 रुपए प्रति ग्रुस कर दिए है। एक ग्रुस में बारह दर्जन होते है। मजूदरी बढऩे से भी राखी की कीमत पर असर पड़ा है। राखी का बंडल बनाने में 5 से 6 लोगों की टीम लगती है तब जाकर राखी तैयार होता है। कोई राखी के धागे को तैयार करता है तो कोई धागे को मोतियों में पिरोने का। तब जाकर राखी तैयार होती है.
डिब्बे का कास्ट बढ़ा
राखी तैयार होने के बाद जिस डिब्बे में पैक करते उसका कास्ट भी इस बार बढ़ा दिया गया है। डिब्बों की साइज के अनुसार 15 से 20 परसेंट दाम बढ़ा दिया गया है। पैकेजिंग चार्ज अलग से देना पड़ता है। पहले इतना महंगा डिब्बा नहीं होता था जितना महंगा अब हो गया है। इसकी भी कास्ट में राखी में जोड़ दिया गया है.
मेटल और रुद्राक्ष खास
दुकानदारों का कहना है कि इस बार नए तरह की राखी मार्केट में उतारा गया है। इनमें रुद्राक्ष की राखी की काफी मांग है। इसके अलावा मेटल और स्टोन वर्क वाली राखी भी काफी पंसद किया जा रहा है। हड़ायसराय थोकमंडी में राखी लेने के लिए पूर्वांचल के जिलों से खरीदार आ रहे है क्योंकि राखी के पर्व को अब 20 दिन का ही समय शेष रह गया है.
राखी के दामों में करीब 30 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है। रेशम के धागों वाली राखी तैयार करने में काफी कास्ट गिरा है.
आसिफ सेख, राखी निर्माता
पिछले साल की अपेक्षा राखी महंगी हो गयी है। पर्व है इसलिए लोग खरीदारी भी करेंगे लेकिन कीमत अधिक चुकानी पड़ेगी.
फैजल, दुकानदार
राजकोट में ही धागा महंगा हो गया है। ट्रांसपोर्ट खर्च अलग से वहन करना पड़ रहा है। इस पर गवर्नमेंट को ध्यान देना चाहिए.
राशिद, शॉपकीपर
धागे का दाम कम होना चाहिए। राखी के पर्व पर पूरे देश में राखियों की बिक्री होती है। रेशम के धागा महंगा होने से मार्केट पर असर पड़ता है.
कमलेश पाण्डेय, शॉपकीपर