वाराणसी (ब्यूरो)। शहनाई एवं संगीत की विलुप्त होती परम्परा को पुनर्जीवित करने के के लिए सिडबी एवं स्पीक मैके के संयुक्त तत्वाधान में संत अतुलांनद कॉन्वेंट स्कूल कोइराजपुर में शहनाई की तीन दिवसीय कार्यशाला का आज शिुभारंभ हुआ। कार्यशाला में बनारस घराने के प्रसिद्ध शहनाई वादक पंडित संजीव शंकर ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। कार्यशाला के प्रथम दिन मंगल ध्वनि प्रसारक शहनाई वादन की प्रांरभिक बारीकियों एवं इतिहास से अवगत कराते हुए गुरू पंडित संजीव शंकर ने शहनाई के छिद्रों पर अंगुली रखने की कला एवं रीड फूँकने की बुनियादी बातें सिखायी।
दो दिन तक कार्यशाला
संस्था की प्रधानाचार्या डॉ। नीलम सिंह जी ने बताया कि यह कार्यशाला आगामी दो दिनों तक चलेगी। जिसमें विद्यार्थी इस अनमोल सांस्कृतिक सुषिर वाद्य की विधा से न केवल जुड़ेगे अपितु इसे अपनी परम्परा का अंग मानकर आगामी पीढ़ी तक आगे ले जाने का कार्य भी करेंगे। संस्था की निदेशिका डॉ। वन्दना सिंह ने कहा कि संगीत साहित्य एवं अनुशासन की परंपरा संगीत की विभिन्न विधाओं में साक्षात अनुभव की जा सकती है। हमें गर्व है कि हमारे विद्यार्थी इन मूल्यों को अपने भीतर आत्मसात कर रहें है.