वाराणसी (ब्यूरो)यूपी बोर्ड की परीक्षा गुरुवार से कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुईवहीं सीबीएसई की परीक्षा भी जारी रहीसुबह 10:30 बजे सीबीएसई के 12वीं के स्टूडेंट्स ने इंग्लिश का पेपर तो अपराह्न 2 बजे से यूपी बोर्ड के छात्रों ने हिंदी का पेपर दियासुबह इंग्लिश के पेपर में रिपोर्ट में स्कूल का ड्रामा ने तो दोपहर में हिंदी के पेपर में समाज पर निबंध ने छात्रों को उलझाया.

कुछ के चेहरे खिले तो कुछ के मुरझाए

पेपर देकर निकले कई छात्रों का चेहरा मुस्कुराता हुआ नजर आया तो तो कुछ स्टूडेंट्स के चेहरे मुरझाए हुए थेउनका कहना था कि रिपोर्ट में स्कूल का ड्रामा काफी टफ आ गया थाइसे लिखने में काफी समय लग गयाजो मन में आया लिख डालावहीं यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स का कहना था हिन्दी में निबंध तो कई आए थे लेकिन समाज पर निबंध लिखने के लिए आया, पर वह नहीं लिख पाए.

स्कूल के बाहर दिया एडमिट कार्ड

सीबीएसई के कई स्टूडेंट्स ने फीस नहीं जमा किया था तो उनको स्कूल के प्रबंधन ने एडमिट कार्ड नहीं दियाऐन मौके पर जब उनके गार्जियंस ने फीस जमा किया तो एडमिट कार्ड को उनके क्लास टीचर को दिया गयाक्लास टीचर एग्जाम सेंटर के बाहर छात्रों को एडमिट कार्ड दिए, तब जाकर छात्रों को अंदर प्रवेश मिला.

उतार दी गई घड़ी

एग्जाम सेंटर में कोई इलेक्ट्रानिक डिवाइस लेकर जाना मना थाइसके बाद भी कई स्टूडेंट्स हाथ में घड़ी पहनकर गए थेचेकिंग के दौरान हाथ की घड़ी को निकाल दिया गयाइसके बाद उनको अंदर जाने दिया गयाटाइम पता न चलने से कई छात्रों का क्वेश्चन छूट गया तो कई ने समय से पहले ही पेपर को कम्प्लीट कर लियाजब समय पूरा हुआ तो उनकी कॉपी जमा कर छात्रों को एग्जाम सेंटर बाहर भेजा गया.

कंट्रोल में तगड़ी मानीटरिंग

क्वींस कॉलेज में बने कंट्रोल रूम से 128 केंंदों की मानीटरिंग की गईसुबह सात बजे से ही कंट्रोल रूम में स्टाफ पहुंच गए थेकंट्रोल रूम को 13 कम्प्यूटर से लैस किया गया थाइन 13 कम्प्यूटर पर 13 स्टाफ हर सेंटर की निगरानी में डटे रहेसुबह के समय तीन सेंटरों का सीसीटीवी कैमरा खराब हो गया था लेकिन तुरंत उसे ठीक कराया गयाइसके बाद कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया गया.

सील कर जमा हुईं कापियां

क्वींस कालेज में सुबह के समय हाई स्कूल की परीक्षा होने के बाद दोपहर 12 बजे के बाद क्वींस कॉलेज में सभी सेंटरों से कापियों को बोरा में भरकर लाया गयाइसके बाद सीलबंद कर जमा कियाकॉपी जमा करने के लिए क्वींस कालेज के हाल में कर्मचारियों की भारी भीड़ रही.

हिंदी का पेपर अच्छा हुआ, लेकिन निबंध ने उलझा दियाइसके लिए काफी समय लग गया.

सत्यम यादव, स्टूडेंट

पेपर तो काफी अच्छा था, लेकिन कई क्वेश्चन को घुमा कर पूछा गया थाइसलिए समझने में समय लग गया.

कोमल, स्टूडेंट

जिस तरह से आज का पेपर हुआ है, उसी तरह से आगे का भी होता रहे तो अच्छे माक्र्स मिल सकते हैं.

प्रभावती, स्टूडेंट