वाराणसी (ब्यूरो)। जिले के बाट-मंाप और विधिक विभाग की तरफ से घटतौली रोकने की तैयारी की जा रही है। इलेक्ट्रॉनिक कांटो से तोल में हेर-फेर की गई तो पकड़ में आ जाएगी। इंजीनियर्स की टीम की मदद से नए साफ्टवेयर के साथ चिप की व्यवस्था की जा रही है।
कया किया जाएगा इंतजाम
इलेक्ट्रॉनिक कांटों में चिप और जीपीएस एक साफ्टवेयर से काम करेगा। अगर कोई दुकानदार तोल में हेरफेर करता है तो विभाग को तत्काल जानकारी हो जाएगी। इतना ही नहीं जीपीएस की सहााता से विभाग के साफ्टवेयर को अपडेशन मिल जायेगी कि किस लोकेशन पर इलेक्ट्रॉनिक कांटे में छेड़छाड़ की गई है।
छेड़छाड़ हुई तो होगा एक्शन
बाट-मांप और विधिक विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यदि इसके बारे में उन्हे कोई भी शिकायत जनसामान्य के द्वारा मिलती है तो विभाग के अधिकारियों के द्वारा तुरंत उपरोक्त व्यापारी के खिलाफ अर्थदंड सहित न्यायायिक प्रक्रिया को अंजाम दिया जायेगा.
लोहे और कबाड़ वाले रडार पर
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लोहे और कबाड़ के बिजनेस के व्यापारियों के यहां घटतौली की शिकायतें ज्यादा मिलती हैं। इसी के साथ ही सरकारी राशन की दुकानों पर भी यह मामले होते हैं। इसको देखते हुए विभाग के अधिकारियों द्वारा इनको रडार पर रखा गया है। इसके साथ ही इनके यहां किसी भी वक्त औचक निरीक्षण किया जा सकता है और उनके व्यापार की स्थिति और पिछले विक्रय डाटा बुक को एनालसिस करने के आधार पर चालान की कार्रवाई की जा सकती है.
वेलफेयर एसोसिएशन ने किया आंदोलन
विभाग द्वारा बाट-मांप के क्षेत्रीय कार्यालय लहुराबीर को ऐढे में स्थानान्तरित करने की वजह से बांट-मांप एसोसिएशन ने क्षेत्रीय कार्यालय प्रेमचंद नगर कालोनी पांडेयपुर में सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि लहुराबीर कार्यालय में व्यापारियों की तौल का परीक्षण और सत्यापन किया जाता है जो कि एक कार्यमानक प्रयोगशाला है। इसका कार्यालय शहर से 20 किलोमीटर ऐढे में स्थानान्तारित करने की वजह से व्यापारियों का उत्पीडऩ होगा और सरकारी राजस्व में गिरावट दर्ज होगी.
फरवरी 2023 तक विभाग ने लिए इतने एक्शन
व्यवसाय-निरीक्षण-पकड़े मामले-शमन धनराशि-घटतौली
-पेट्रोल, डीजल पम्प-1293-68-620500-3
-एल पीजी-1904-121-623600-33
-सरकारी गल्ले की दुकान-1590-174-425500-15
-अन्य-12279-582-3439700-3
घटतौली और वजन माप में कमी की शिकायत आने पर विभाग के द्वारा तत्काल कार्यवाही की जायेगी। इसके लिए विभाग की तरफ से समय-समय पर औचक निरीक्षण की प्रक्रिया अपनाई जा रही है.
अशोक कुमार, सहायक नियंत्रक, वाराणसी मंडल
विभाग के लहुराबीर कार्यालय को स्थानांतरित करते हुए ऐढे में शिफ्ट कराना ठीक नहीं है। इस प्रक्रिया के कारण व्यापारियों को भी दिककतें होंगी। इस कारण हम लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
सुनील उपाध्याय, अध्यक्ष,बाट माप मरम्मतकर्ता वेलफेयर एसोसिएशन