वाराणसी (ब्यूरो)। पूर्वांचल की राजनीति में बाहुबलियों का भौकाल करीब-करीब खत्म हो गया है। अब सांसद या विधायक बनना उनका सपना ही रहेगा। जी हां, लोकसभा चुनाव 2024 में कई ऐसी तस्वीर सामने आई हैं, जिससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि इन बाहुबलियों के इशारे पर राजनीतिक पार्टी की रणनीति तय नहीं हो रही है, बल्कि पार्टी के निर्देशन में जनता के बीच जाकर वोट मांगने पड़ रहे हैं। चिरईगांव में बाहुबली बृजेश सिंह ने खुलकर भाजपा नेताओं संग मंच साझा किया और वोट देने की अपील की। यही नहीं, जौनपुर के पूर्व सांसद व बाहुबली धनंजय सिंह, एमएलसी विनीत सिंह, रोहनियां के रमाकांत सिंह मिंटू समेत कई बाहुबली पूर्वांचल की लोकसभा सीटों पर भाजपा के लिए वोट मांगते नजर आ रहे हैं.
चिरईगांव में बृजेश सिंह ने की सभा
चंदौली लोकसभा क्षेत्र में शामिल शिवपुर विधानसभा में आने वाले चिरईगांव में शुक्रवार को आयोजित भाजपा की जनसभा में बाहुबली बृजेश सिंह अतिथि की भूमिका में नजर आए। भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा की अध्यक्षता में बृजेश सिंह ने मंच पर पहले तो रामचरित मानस के लंका कांड की चौपाई पढ़ी, फिर हनुमान जी की महिमा का गुणगान किया। उस विचार को देश और वाराणसी के विकास से जोड़ते हुए भाजपा को जिताने की अपील की। बाहुबली बृजेश सिंह के भतीजे बाहुबली सुशील सिंह सैदयराजा से भाजपा विधायक हैं। बृजेश सिंह पूर्व एमएलसी भी रह चुके हैं। इसके अलावा सैयदराजा से विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था, लेकिन सफलता नहीं मिली थी।
पूर्व सांसद धनंजय सिंह कर रहे प्रचार
बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह भी भाजपा के साथ खड़े नजर आ रहे हैं, जबकि उनकी पत्नी श्रीकला रेड्डी को बसपा प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन एन मौके पर उन्होंने अपना पर्चा वापस ले लिया और भाजपा को समर्थन कर दिया। उनकी धर्मपत्नी का गृह मंत्री अमित शाह के साथ फोटो भी खूब वायरल हुआ। साथ ही जौनपुर भाजपा कैंडिडेट कृपाशंकर सिंह व श्रीकला रेड्डी की मुलाकात की तस्वीरें सामने आईं। बीते सोमवार को जौनपुर के भोड़ा गांव में स्थित श्री सहदेव इंटर कॉलेज के मैदान में पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह ने एमएलसी बृजेश सिंह 'प्रिशुÓ के साथ भाजपा के लिए प्रचार शुरू कर दिया। गुरुवार को पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने स्वर्णकार समाज से 25 मई को राष्ट्रहित में वोटिंग करने की अपील की।
रमाकांत बनारस से बलिया तक एक्टिव
पूर्व ब्लॉक प्रमुख बाहुबली रमाकांत सिंह उर्फ मिंटू ने बसपा को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। वह पूर्व में रोहनियां विधानसभा क्षेत्र से बतौर बसपा प्रत्याशी दो बार चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली। रमाकांत का काफिला बनारस से लेकर बलिया तक दौड़ रहा है। वह जगह-जगह अपनी टीम के साथ क्षेत्रीय लोगों से संवाद भी कर रहे हैं.