वाराणसी (ब्यूरो)। ईरान और अफगानी टोपी पहनकर ईद का देंगे मुबारकवाद। जी हां मार्केट में इन दिनों ईरान और अफगान की टोपी छायी हुई है। इसके अलावा कुर्ता पायजामा की भी जबरदस्त डिमांड है। ग्राहकों की भीड़ को देखते हुए देर रात तक दुकानें खुली रह रही है। बाजारों में नए वस्त्रों, फुटवियर, इत्र की बिक्री ने रफ्तार पकड़ ली है.
मार्केट में बढ़ रही भीड़
ईद का त्योहार जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है माके्रट में खरीदारों की भीड़ बढ़ती ही जा रही है। दालमंडी, हड़हा सराय, लक्सा, गोदौलिया, नई सड़क, बेनियाबाग, मैदागिन, औरंगाबाद, कमच्छा, पीलीकोठी, जैतपुरा, सरैया समेत कई इलोंकों में ग्राहकों की ठसाठस भीड़ आ रही है। शूज से लेकर कपड़े की जमकर खरीदारी हो रही है.
ईरान और तुर्की की टोपी
दालमंडी के कारोबारी जुबैर बताते है कि इस बार ईरान, तुर्की, और अफगानिस्तार की टोपी की बिक्री खूब हो रही है। इसके अलावा लखनवी और अरब की टोपी की जा रही है। यह टोपियां कॉटन और वेलवेट में तैयार की गयी है। खरीदारों से रात तक गुलजार है। कुर्ता-पायजामा, चप्पल और तुर्की लखनवी, बांग्ला टोपी की बिक्री खूब हो रही है। बच्चों में रेडिमेड कपड़े और युवाओं, बुजुर्गों को कुर्ते-पायजामा काफी पसंद आ रहा है.
अपने-अपने हिसाब से खरीदारी
काशी रेडिमेड गारमेंट एसोसिएशन के संरक्षक अशोक अग्रवाल और श्रीनारायण खेमका ने बताया कि ईद को लेकर बच्चों के रेडिमेड कपड़ों की मांग पूर्व की तरह ही है। रेडिमेड कुर्ता-पायजामा, टीशर्ट, पैंट और जींस पसंद कर रहे हैं। वहीं, युवा और बुजुर्ग भी अपने-अपने हिसाब से खरीदारी कर रहे हैं.
इत्र से महका बाजार
रमजान में खास तौर पर बाजारों में इत्र, टोपी और छोटे कुरान की मांग अधिक होती है। वहीं दुबई की इत्र खरीदने के लिए लोग 50 से 5000 रुपए तक खर्च कर रहे हैं.
सऊदी का खजूर
दुकानदार शाहिद के अनुसार सऊदी, ईरानी, कुवैत के खजूर की मांग ज्यादा है। सऊदी की किमिया व नागाल और ईरानी खजूर का स्वाद अच्छा होने से इसकी बिक्री ज्यादा है। हालांकि बंबईया खजूर सस्ता होने की वजह से ज्यादा बिक रहा है। रोजेदार सबसे अधिक खजूर की खरीदारी कर रहे हैं। दालमंडी में मीठा और ताकत से भरपूर सऊदी के खजूर की मांग है.
मार्केट में भीड़ है। कुर्ता-पायजामा के अलावा ईरानी और अफगानी टोपी की खरीदारी कर रहे हैं.
मो। जुबैर, कारोबारी
मार्केट में खरीदार आ रहे हंै। इनमें खजूर, इत्र की खरीदारी तेजी पर है। इसके अलावा कपड़े की भी डिमांड खूब है.
आसिफ शेख, कारोबारी