वाराणसी (ब्यूरो)

केस-1

जगतगंज से लेकर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के बीच सड़क होलिका दहन से झुलस गई हैगिट्यिां उखड़कर बिखर गई हैंहालात यह है कि कोई भी स्पीड में वाहन से फर्राटा भरता है तो गाड़ी फिसलने का डर रहता हैझुलसी हुई सड़क की कब मरम्मत होगी यह कोई नहीं जानता

केस-2

चेतगंज की भी सड़क होलिका दहन के बाद से झुलस गई हैगलती से वाहन का पहिया पड़ जाने से लोगों को झटका लगना तय हैबीएचयू और कचहरी को कनेक्ट करने वाले इस रोड पर भीड़ का काफी प्रेशर रहता हैइसके बाद भी होलिका दहन करने से पहले न तो बालू डाली गई और न ही मिट्टीसीधे होलिका का दहन कर दियाअफसर भी पहले नहीं जागे

यह तो सिर्फ दो उदाहरण हैं, लेकिन शहर में 350 स्थानों पर सड़कें होलिका दहन के बाद झुलस गई हैंइनमें नगर निगम की सड़कें 100 से अधिक हैंइसके अलावा 250 गड्ढे पीडब्ल्यूडी की हैंइन सड़कों की मरम्मत कराने की टेंशन दोनों विभागों में सताने लगी हैइसके लिए नगर निगम ने होलिका दहन से जो सड़कें झुलसी हैं, उनका जायजा लेना शुरू कर दिया हैवहीं, पीडब्ल्यूडी की चुनाव बाद मरम्मत कराने की योजना है

सड़क का नहीं रखा ध्यान

होलिका दहन 1650 स्थानों पर हुआ। 400 होलिका सड़कों पर गाड़ी गयी थी, बाकी गली, मुहल्ले और कालोनियों मेंजहां-जहां सड़कें झुलसी हैं, उन जगह को चिह्नित किया जा रहा हैप्रारंभ में 350 स्थान सामने आए हैंहोलिका गाडऩे के लिए किसी भी संस्था ने सड़क का ध्यान नहीं रखा

कहीं भी नहीं रखी बालू

नगर निगम के मुख्य अभियंता मोईनुद्दीन का कहना है कि होलिका गाडऩे से पहले किसी भी संस्था के लोगों ने परमिशन नहीं लिया था और न ही होलिका गाड़ते समय नीचे बालू बिछाई थीकई बार लोगों को अवेयर किया गया है कि होलिका दहन से पहले 10 से 12 बोरी बालू डाल दी होती सड़क झुलसने से बच जाती.

350 से अधिक जगह झुलसी सड़कें

होलिका दहन के बाद से 350 से अधिक जगह की सड़कें झुलस गई हैंइनमें नदेसर, अंधरापुल, चौकाघाट, ढेलवरिया, पुराना पुल, चेतगंज, जैतपुरा, बेनियाबाग, गोदौलिया, मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, भेलूपुर, तेलियाबाग, जगतगंज, मलदहिया, लोहामंडी, विशेश्वरगंज मच्छोदरी, मुकीमगंज, तेलियाना, प्रहलादघाट, भैंसासुर, भदऊं चुंगी, संकट मोचन हनुमान फाटक आदि स्थल हैं

आगे से किया जाएगा अवेयर

अगले साल से नगर निगम एक हफ्ता पहले से ही अभियान चलाकर लोगों को अवेयर करेगा कि होलिका दहन से पहले होलिका वाले स्थान पर पांच से 6 बोरा बालू को जरूर बिछा लें, जिससे सड़क न झुलसे.

1650 जगह गाड़ी गई थी होलिका

400 जगहों पर चौराहों और बीच सड़क में

350 स्थानों को किया गया है चिह्नित

झुलसी हुई सड़कों को चिह्नित किया जा रहा हैइसके बाद सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगाकोई परमिशन लेने आता है तो उसे बताया जाता है.

मोईनुद्दीन, चीफ इंजीनियर, नगर निगम

होलिका गाडऩे के लिए किसी ने भी परमिशन नहीं लीपर्व आते ही लोगों ने होलिका गाड़ दी थीअब सड़कों को बनाया जाएगा.

केके सिंह, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी

होलिका दहन से सड़कें खराब हो गयी हैंगिट्टियां उखड़कर फैल गयी हैंवाहन का पहिया फिसल रहा है.

राधेश्याम गोंड, सहसंयोजक, काशी नटिनियादाई व्यापार मंडल

विभाग को जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत करानी चाहिए, जिससे दुर्घटना कम होआम पब्लिक को परेशानी न हो.

सचिन मौर्या, आम पब्लिक