वाराणसी (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी बनारस में 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति का दम भरने वाले पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम की हवा निकल गई है। सिटी में बिगड़ी बिजली व्यवस्था में सुधार लाने के लिए वैसे तो स्थानीय स्तर पर काफी प्रयास किया जाता रहा है, लेकिन स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं हो पाया। बारिश होने के बाद लोड कम होने से थोड़ी सुधार की गुंजाइश तो देखी गई है, लेकिन अभी भी कटौती का दौर जारी है। बारिश थमने के बाद उमस भरी भीषण गर्मी में बिजली कटौती से परेशान पब्लिक के लिए अब एक राहत भरी खबर आ रही है। विभागीय महकमे के खोखले होते दावों को कंट्रोल में लाने के लिए अब इसमें ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को हस्तक्षेप करना पड़ा है। इसके लिए उन्होंने पीवीवीएनएल के अधिकारियों को दो माह की मोहलत दी है.
5 से 8 घंटे की कटौती से लोग परेशान
बता दें कि कि मार्च के शुरुआत से ही बनारस में भीषण गर्मी पडऩे के बाद भी यहां के उपभोक्ताओं को लगातार बिजली कटौती की मार झेलनी पड़ रही है। कही पांच तो कही आठ घंटे की कटौती से लोग बेहद परेशान होते है। यही नहीं लाइन ट्रिपिंग और ट्रांसफार्मर जलने और तार टूटने जैसी समस्याओं के चलते लोगों को रोजाना पावर कट की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
लोड अधिक की दलील
बिजली समस्या को लेकर अधिकारियों की एक ही दलील रहती है कि शहर में गर्मी की वजह से लोड बहुत ज्यादा बढ़ गया है जिसके कारण हर रोज दर्जनों एरिया में फॉल्ट के चलते पावर कट की जाती है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब पीक सीजन में बत्ती गुल हो रही हो। लेकिन, गर्मी आने से पहले विभाग की ओर से व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराया जाता है। मगर इस बार ऐसा नहीं हुआ, जिसका खामियाजा सीधे पब्लिक को अंधेरे में रहकर भुगतना पड़ा है।
एक माह में ठीक होंगी गड़बड़ी
दो दिन पहले बनारस आए ऊर्जा मंत्री ने बिजली विभाग के अधिकारियों से जिले में बिगड़ी आपूर्ति व्यवस्था पर जवाब तलब किया था। शहर से लेकर देहात तक बिगड़े शेड्यूल पर नाराजगी जताते हुए बिजली कटौती में सुधार लाने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने फाल्ट की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करते हुए कम समय में सुधारकर आपूर्ति बहाल करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों को चेतावनी देते हुए सभी गड़बडिय़ों को एक माह में ठीक करने के साथ दो माह के अंदर व्यवस्था में सुधार लाने को भी कहा है। मंत्री से निर्देश मिलते ही पूरा महकमा व्यवस्था सुधार में जुट गया है। बताया जा रहा है कि दो माह के अंदर हर समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।
अगस्त तक का अल्टीमेटम
दो महीने के अंदर बिजली आपूर्ति बेहतर करने के उद्देश्य से तैयारियां शुरु कर दी गई है। इससे कि आने वाले दिनों में उपभोक्ताओं को किसी तरीके की कोई परेशानी नहीं होगी। पीवीवीएनएल की ओर से आदेश जारी करते हुए कहा गया है कि जिस तरह की स्थिति जून में थी, वैसी स्थिति दोबारा न हो इसके लिए सभी अधिकारियों निगरानी करनी होगी। अधिकारियों को निर्देश मिला है कि वे पूरी सजगता के साथ उप केंद्रों का निरीक्षण कर जर्जर तार बदलने के साथ ही ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत का कार्य कराएंगे। यदि इन दो माह में व्यवस्था में परिवर्तन नहीं आया तो जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी।
पावर सप्लाई से संबंधित सभी समस्याओं को दो माह में समाप्त करने के साथ व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश मिला है। उपकेंद्रों का निरीक्षण कर वहां आने वाले प्रॉब्लम को शार्टआउट किया जाएगा।
एके वर्मा, एसई, पीवीवीएनएल