वाराणसी (ब्यूरो)। कोरोना का वायरस भले ही वाराणसी में कम हो गया है, लेकिन शहर में अब भी रोज केस मिल रहे हैं। हांलाकि कोरोना वायरस के चलते पिछले साल की तरह इस साल भी लोगों में संशय बना हुआ है कि कहीं होली के बाद कोरोना का चौथा वेब न आ जाए। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल होली के बाद कोरोना की संभावना तो नहीं नजर आ रही, लेकिन फिर यह जेहन में रखना होगा कि कोरोना अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। इसलिए त्योहार में खुद को सेफ रखेंगे तो कोरोना का चौथा वेब नहीं आएगा। होली में पूरी तरह से सतर्क रहें और अपने आसपास के लोगों का भी विशेष ध्यान रखें।
इन बातों का रखें ख्याल
- वर्तमान में कोरोना के केस भले कम हो गए हैं, लेकिन फिर भी प्रोटोकॉल के तहत लिमिटेड लोगों के साथ ही त्योहार मनाएं.
- जितनी ज्यादा भीड़ होगी, खतरा उतना ही अधिक होगा.
- होली मिलन के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
- हैंड सेनीटाइजेशन के नियम का पालन लगातार करते रहें.
- साबुन से हाथ लगातार धोते रहने के नियम का भी करें पालन.
- कोरोना काल में होली जोखिम भरा होता है, इसलिए सतर्क रहें.
- होली खेलने के लिए इस्तेमाल करने वाले रंगों का चयन भी सही करें.
- होली में खाने-पीने के सामानों में भी सतर्कता बरतें, ध्यान रखें उनमें रंगों का प्रवेश न हो.
रविवार को सिर्फ एक केस
कोरोना की तीसरी लहर लगभग पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को कोरोना का सिर्फ एक ही केस मिला। शहर में कुल एक्टिव केस 19 हैं। पॉजिटिविटी रेट भी 0.04 है, जबकि रिकवरी रेट 99.76 तक पहुंच गया है.
डॉक्टर्स की चेतावनी
कोरोना के केस नहीं मिलने के बावजूद होली को देखते हुए डॉक्टरों ने विशेष चेतावनी दी है। ताकि लोग सतर्क रहें। थर्ड वेब कम होने के बाद लोगों में लापरवाही देखने को मिल रही है। सोशल डिस्टेंसिंग और बिना मास्क में बाजार में लोग घूमते नजर आ रहे हैं.
कारगर रहा वैक्सीनेशन
विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना के थर्ड वेब में वैक्सीनेशन बहुत ही कारगर साबित हुआ। अधिक से अधिक लोगों को डबल डोज लगने के बाद प्रीकॉशन डोज ने काफी असर किया। यही नहीं 15 से 18 साल के बच्चों को भी वाराणसी में तेजी के साथ टीका लगाया गया है। टीनएजर्स को टीका लगाने में वाराणसी अग्रिम रहा है।
- जिले में कुल 58,93,355 लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगी
- वैक्सीन की पहली डोज 30,94,309 लोगों को लगी (104.1 प्रतिशत)
- वैक्सीन की दूसरी डोज 23,87,658 लोगों को लगी (80.4 प्रतिशत)
- वैक्सीन की प्रीकॉशनरी डोज 56,081 लोगों को लगी (95.8 प्रतिशत)
- किशोरों को वैक्सीन की 2,26,650 डोज लगाई गई (87.9 प्रतिशत)
- किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज 1,28,657 को लगी (49.9 प्रतिशत)
होली के बाद तो कोरोना केस बढऩे का चांस तो नहीं दिख रहा, लेकिन होली में हमे कोविड प्रोटोकॉल का पालन तो करना ही पड़ेगा। बदलते मौसम में लोगों को थोड़ी सावधानी भी बरतनी पड़ेगी। होली खेलते समय पूरा प्रीकॉशन रखना होगा। हमें भूलना नहीं चाहिए कि कोरोना अब भी मौजूद है।
- डॉ। संदीप चौधरी, सीएमओ
अभी जो रिपोर्ट आ रही है, उसे देखते हुए तो यही कहा जा सकता है कि कोरोना का फोर्थ वेब नहीं आएगा, लेकिन हम ये भी नहीं कह सकते कि हम कोरोना फ्री हो गए हैं, इसलिए त्योहार में हमें सर्तक रहना होगा.
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डॉ। कार्तिकेय सिंह, मेडिकल ऑफिसर