वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी विकास प्राधिकरण की प्रापर्टी लेने के लिए कई लोग इच्छुक होते हैं, लेकिन प्रॉपर तरीके से प्लेटफार्म न मिलने की वजह से उनको जानकारी नहीं हो पाती। यहां तक की वीडीए के आफिस में जाने के बाद भी जो इन्फॉर्मेशन चाहिए, उनको नहीं मिल पाता है। ऐसे लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। वाराणसी विकास प्राधिकरण की साइट पर जाकर यह पता कर सकते हैैं कि वीडीए का शहर में कितने फ्लैट, प्लाट और आवासीय भूखंड हैैं। वीडीए ने यह ऑनलाइन सिस्टम शुरू कर दिया है, लेकिन इसके बारे में बहुत कम ही लोगों को ही पता है.
किस योजना में कितनी प्रॉपर्टी
वाराणसी विकास प्राधिकरण की किस योजना में कितने फ्लैट और प्लाट हैैं। किन प्रापर्टीज का आवंटन होना है। इसके बारे में घर बैठे ही वीडीए की साइट पर जाकर पता कर सकते हैं। यही नहीं किस तरह से इन प्रापर्टी के लिए कैसे आवेदन करना है यह सब उसमें डिटेल दिया है। ऑनलाइन साइट पर समझ में न आने पर विभाग में बने हेल्पडेस्क की मदद ले सकते हैं.
आनलाइन पर फोकस
वीडीए की साइट पर आसानी से लोगों को जानकारी मिल सके, इसके लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण लगातार अपने साइट को अपडेट कर रहा है, ताकि लोगों को प्रॉपर तरीके से प्रॉपर्टीज के बारे में जानकारी मिल सके। साइट पर पब्लिक से जुड़ी इन्फार्मेशन के साथ ही सभी संपत्तियों की जानकारी इस पर अवेलेबल है.
स्कीम में ट्रांसपेरेंसी
वीडीए अफसरों का कहना है कि ऑनलाइन सिस्टम अपडेट होने से विभिन्न स्कीमों में संपत्तियों को लेकर ट्रांसपेरेंसी आएगी। कहां और किस योजना में कितनी प्रापर्टीज बिक्री के लिए अवेलेबल है, यह आसानी से पता चल जाएगा। आम आदमी आज यही चाहता है कि उसको सारी जानकारी घर बैठे ही मिल जाए। गवर्नमेंट का भी ऑनलाइन पर फोकस है। इसलिए वीडीए की जितनी भी स्कीम सभी को ऑनलाइन पोर्टल पर डाल दिया जाता है। स्कीम से संबंधित जानकारी विभाग में भी चस्पा कर दिया जाता है.
कई योजनाओं को करेंगे लोड
वीडीए अफसरों की मानें तो विकास प्राधिकरण की कई योजनाओं को अभी ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। कई स्कीम को तो अपडेट कर दिया गया है। इसके लिए क्वेरी भी आ रही है। योजनाओं आनॅलाइन होने से प्रॉपर्टीज के प्रति लोग आसानी से आकर्षित होंगे.
समय-समय पर वीडीए के स्कीम को ऑनलाइन साइट पर अपडेट किया जाता है। कई लोगों की इन्क्वायरी भी आती है। हालांकि ऑनलाइन प्लेटफार्म पर प्रॉपर्टीज देखने वालों की संख्या अभी काफी कम है। जो लोग विभाग में आते हैैं, ऐसे लोगों के लिए ऑनलाइन सिस्टम शुरू किया गया है.
परमानंद यादव, संयुक्त सचिव, वीडीए