वाराणसी (ब्यूरो)। मेडिकल विभाग के सूत्रों की मानें तो कोवैक्सिन की कमी कारण विधानसभा चुनाव को माना जा रहा है। प्रदेश में चुनाव सात चरणों में होना है और ऐसे में पहले उन जिलों में कोवैक्सीन की पूर्ति की जा रही है, जहां पहले चुनाव होना है। ऐसे में वाराणसी के टीनएजर्स को वैक्सीनेशन के लिए अभी मशक्कत करनी पड़ सकती है। वैक्सीन की डोज नहीं होने के कारण ही रविवार को अस्पताल में लगने वाला वैक्सीनेशन सेंटर बंद रहा। यही नहीं सिगरा स्टेडियम में बनाए गए आदर्श केंद्र पर भी बच्चों की संख्या अधिक नहीं दिखी।
बंद रहे टीकाकरण केंद्र
शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच जहां एक ओर सरकार की ओर से कोरोना के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील लोगों से की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर बच्चों के लिए अधिक खतरनाक बताए जाने वाली तीसरी लहर में वैक्सीन की कमी अच्छा संकेत नहीं है। रविवार को शहर के अस्पतालों में बनाए गए केंद्र बंद रहे तो आदर्श सेंटरों पर भी टीनएजर्स की संख्या कम ही देखने को मिली।
केस 1
कबीरचौरा स्थित महिला अस्पताल में दो केंद्र बनाए गए हैं और दोनों ही बंद थे। दूसरा डोज लेने वालों के साथ-साथ 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को भी टीका नहीं लगा। यहां खड़ी स्वाति ने बताया कि छुट्टी होने के कारण वह वैक्सीन लेने आई थी, लेकिन केंद्र बंद है और उसे वापस जाना होगा।
केस 2
सीगरा स्टेडियम में वैक्सीन लेने के लिए आदर्श केंद्र बनाया गया है। यहां रविवार को वैक्सीन की महज 40 डोज पहुंची थी। पिछले 10 दिनों से सेंटर्स पर बच्चों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग जैसे-तैसे कोवैक्सिन को मैनेज कर रहा है क्योंकि इसकी खपत अधिक है। जल्द ही कोवैक्सीन की व्यवस्था नहीं की गई तो आने वाले दिनों में संकट हो सकता है।
पूरे स्टेट में संकट
मेडिकल सूत्रों के अनुसार कोवैक्सिन की शॉर्टेज पूरे राज्य में है। इसके बावजूद वाराणसी का स्वास्थ्य विभाग इस कोशिश में जुटा है कि बच्चों को जल्द से जल्द वैक्सीनेट कर दिया जाए। जिले में लगभग 512 केंद्रों पर टीनएजर्स को कोवैक्सिन लगाया जा रहा है।
जुगाड़ से ला रहे वैक्सीन
स्वास्थ्य विभाग की मानें तो प्रतिदिन वैक्सीन का मिलने वाला स्टॉक शुक्रवार को नहीं मिला। तब दूसरे सेंटर्स पर बची डोज को मंगाकर काम चलाया गया। शनिवार को डोज आया तो उसे सेंटर्स पर भेजा गया। सेंटर्स पर तैनात कर्मचारियों ने बताया कि डोज की कमी होने पर वे दूसरे सेंटर्स से बात करते हैं। यदि वहां डोज बची है तो उसे मंगाकर बच्चों को लगाया जाता है।
तो होगा आउट ऑफ स्टाक
विभागीय जानकारी के मुताबिक अभी तो जैसे-तैसे कोवैक्सिन का इंतजाम हो रहा है, लेकिन धीरे-धीरे संकट गहराता जा रहा है। यदि सप्लाई की यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में कोवैक्सीन आउट ऑफ स्टाक हो सकता है।
3000 डोज का टारगेट
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रतिदिन 3000 बच्चों को वैक्सीन लगाने का टारगेट होता है। इसके सापेक्ष औसतन 2400 के आसपास लगाया जा रहा है। प्रीकॉशनरी डोज को लेकर विभाग का फोकस अधिक है। आंकड़ों के मुताबिक अब तक 203728 बच्चों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है, जबकि जिले में बच्चों को वैक्सीन लगाने का टारगेट 257879 है।
प्रतिदिन 5000 वैक्सीन डोज
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन 5000 वैक्सीन की डोज उपलब्ध होती है। इसे अलग-अलग सेंटर्स पर भेज दिया जाता है। हालांकि इस समय वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने के कारण कई केंद्रों से बच्चों को मायूस लौटना पड़ रहा है। शहर में बने आदर्श सेंटर्स सिगरा स्टेडियम और अर्दली बाजार में पहले बच्चों की भीड़ लगी रहती थी। कोवैक्सिन की कमी के कारण अब वहां आंकड़ा 50 तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है।
शहर आदर्श सेंटर्स पर वैक्सीनेशन का हाल
डेट सिगरा केंद्र एलटी केंद्र
21 जनवरी 52 18
22 जनवरी 39 23
23 जनवरी 44 13
24 जनवरी 30 23
25 जनवरी 48 23
26 जनवरी 18 10
27 जनवरी 38 15
28 जनवरी 50 23
29 जनवरी 50 28
30 जनवरी 26 20
जिले में अब तक वैक्सीनेशन
जिले में कुल वैक्सीनेशन - 5381827
पहली डोज - 30,43,110
दूसरी डोज - 21,09,948
टीनएर्जस को डोज - 2,07,143
प्रीकॉशनरी डोज - 23626
टीनएजर्स को दी जाने वाली वैक्सीन की वाराणसी में आपूर्ति कम हो रही है। हालांकि प्रतिदिन डोज मंगाई जा रही है। जल्द ही वैक्सीन की कमी दूर हो जाएगी। यह समस्या सिर्फ वाराणसी ही नहीं बल्कि पूरे राज्य की है। जल्द ही सेंटर्स पर वैक्सीन लगनी शुरू होगी।
- डॉ। संदीप चौधरी, सीएमओ